पोस्ता की अवैध खेती पर नियंत्रण के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा काफी प्रयास किए गये।लेकिन चतरा पलामू व लातेहार जिले के सीमावर्ती क्षेत्र स्थित हेरहंज व बरियातू थाना क्षेत्र के पाडरम,आशुवे, महुआटांड़, सेमरखाड़, मसूरिया तरी, कुराग, हेरनहोपा, लेवराही,जावाबार, बालूभांग समेत कई गांवों के जंगलों में इन दिनों भारी मात्रा में पोस्ते की अवैध खेती की गई है। सूत्रों की मानें तो सिमावर्ती इलाके में 200 एकड़ से अधिक में या फसल उगाई गई है। जिसे मिनी अफगानिस्तान कहा जा सकता है। वर्तमान में अफीम निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक इस साल 2024 में जिस तरह से पोस्ते की खेती की गई है, इसमें जब तक पुलिस का संरक्षण प्राप्त नहीं होगा, तब तक इतने बड़े पैमाने पर पोस्ते की खेती नहीं की जा सकती है। जो जांच का विषय है। हालांकि इस अवैध कारोबार को लेकर कई बार मीडिया, अखबारों में खबर छपने के बाद भी प्रशासन के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाना बड़ा सवाल खड़ा करता है। सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि एक तरफ जहां जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन तक इस अवैध खेती से जुड़े लोगों को खेती नहीं करने की हिदायत देते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी देते हैं। वहीं दूसरी तरफ इन दिनों बड़े पैमाने पर इस अवैध पोस्ते की फसल को चीरा लगाकर अफीम निकालने का काम जोरों पर चल रहा है। आसपास के इलाकों के पुरुषों और महिलाओं को पैसे का लालच देकर इस कार्य के लिए कैंप में रखा गया है। इनके द्वारा अफीम निकालने का काम जोरों से चल रहा है।