संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दुनिया के 99 फीसदी लोग प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं. इस खराब गुणवत्ता की हवा की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. इस हवा में अक्सर ऐसे कण होते हैं, जो फेफड़ों में भीतर तक जा सकते हैं, नसों और धमनियों में प्रवेश कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

शिक्षाविदों का हमेशा से ही मानना रहा है कि भारत को अपने सकल घरेलू उत्पाद का 6% शिक्षा पर खर्च करने की आवश्यकता है, वर्ष 1968 और उसके बाद की हर राष्ट्रीय शिक्षा नीति में यह अनुशंसा की गई है, लेकिन इसके 52 वर्ष बाद भी देश में सार्वजनिक शिक्षा पर महज 3.1% खर्च किया जा रहा है. हालांकि, शिक्षा के कई जानकारों का यह मानना है कि नई शिक्षा नीति शिक्षा में निजीकरण को प्रोत्साहित कर रहा है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में कहा कि 2016 से 2020 के बीच देश में बाल विवाह के सामने आए मामलों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की गई. महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने एक प्रश्न के उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी एक अप्रैल से कई बदलाव होने जा रहे हैं, जिनका असर हर आम और खास की जेब पर पड़ने वाला है. एक तरफ पीएफ खाता और क्रिप्टोकरंसी पर टैक्स चुकाना होगा. एलपीजी के दाम बढ़ सकते हैं. इसके अलावा करीब 800 आवश्यक दवाओं की कीमतों में 10.7 फीसदी की बढ़ोतरी होने वाली है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

पूरे भारत में करीब 20 हजार सड़क पर रहने वाले बच्चों की पहचान की गई है और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया चल रही है. भारत में सड़कों पर रह रहे बेघर बच्चों की स्थिति पर कानूनगो ने कहा कि सड़कों पर रह रहे बच्चों के लिए वेब पोर्टल ‘बाल स्वराज्य’ बनाया गया है जहां पर उनकी जानकारी अपलोड की जा सकती है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

केंद्रीय मज़दूर संगठनों ने सरकार की कामगार, किसान और जन-विरोधी नीतियों के विरोध में 28 और 29 मार्च, दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की शुरआत कर दी है. पहले दिन देश की राजधानी दिल्ली और उसके आस पास के क्षेत्रों में भी इस हड़ताल का असर दिखा।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

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जैसे-जैसे हमारा देश डिजिटलीकरण की तरफ आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे फेक न्यूज़ का चलन भी बढ़ गया है. कई बार ऐसा देखा गया है कि सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सप्प के जरिये फेक न्यूज बहुत तेजी से फैलती है. अभी हाल ही में कुछ गलत सूत्रों के द्वारा ऐसी ही एक योजना सोशल मीडिया में बहुत वायरल हो रह है, जिसका नाम प्रधानमंत्री रामबाण सुरक्षा योजना है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।