संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दुनिया के 99 फीसदी लोग प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं. इस खराब गुणवत्ता की हवा की वजह से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. इस हवा में अक्सर ऐसे कण होते हैं, जो फेफड़ों में भीतर तक जा सकते हैं, नसों और धमनियों में प्रवेश कर सकते हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।