भारत का लगभग 4 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्रफल बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. देश में 1953 से लेकर 2018 के दौरान बाढ़ और भारी बारिश के कारण 1,09,374 लोगों की जान गई, जबकि 61,09,628 पशुओं की जान गई. अनुमान है कि इन 65 सालों के दौरान देश को लगभग 4,00,097 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

दोस्तों, लॉकडाउन के अकेलेपन को हम सबने झेला है पर खतरा अभी टला नहीं है और हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वैज्ञानिक कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा जता चुके हैं. ऐसे में क्या इस तरह की लापरवाही ठीक है? हमें बताएं कि आखिर क्यों सार्वजनिक स्थलों पर इतनी ज्यादा आवाजाही हो रही है? क्या स्थानीय प्रबंधन इसे रोकने के लिए कोई प्रयास कर रहा है? क्या केवल चालान काटने और जुर्माना लगा देने भर से कोरोना के प्रति बरती जा रही लापरवाही को रोका जा सकता है या फिर इसके लिए आम लोगों का जागरूक होना ज्यादा जरूरी है? अपनी बात हम तक पहुंचाने के लिए फोन में अभी दबाएं नम्बर 3.

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने बताया है कि देश में आंगनवाड़ी में विभिन्न स्तरों पर 1.93 लाख पद रिक्त पड़े हैं, जिनमे से 1.29 लाख पद अकेले पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश में 50,670, पश्चिम बंगाल में 33,439, महाराष्ट्र में 19,478, तमिलनाडु में 15,720 और बिहार में 9,828 पद खाली हैं। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

पिछले एक साल से महामारी पूरी दुनिया को तबाह कर रही है और तब से ही ग्रामीण भारतीय, जो अधिकतर असंगठित मजदूर हैं और हर परिभाषा के हिसाब से गरीब हैं, को नियमित रोजगार नहीं मिला है. कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान जब ग्रामीण इलाकों में संक्रमण के मामले अधिक आ रहे हैं तो उनके लिए आर्थिक संकट और बढ़ गया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

सोशल मीडिया पर इन दिनों कई तरह के मैसेज वायरल किए जा रहे हैं. इन मैसेज में सरकार और उनकी योजनाओं को लेकर कई तरह के दावे भी किए जाते हैं. लेकिन इन दावों पर बिना जांच के भरोसा करना घातक हो सकता है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

भारत सरकार के टीकाकरण सलाहकार समिति के प्रमुख एनके अरोड़ा ने कहा है कि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन की सप्लाई इसलिए धीमी पड़ी हुई है क्योंकि शुरूआत में इसके कुछ खेप अच्छी गुणवत्ता के नहीं थे। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

देश में साल 2017-2019 के बीच 14 से 18 साल के 24,000 से अधिक बच्चों ने आत्महत्या की है, जिनमें परीक्षा में सफल नहीं होने पर 4,000 से अधिक बच्चों के आत्महत्या करने के मामले शामिल हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, 2017-2019 के बीच 24,568 बच्चों ने आत्महत्या की, जिनमें 13,325 लड़कियां शामिल हैं विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।

देश में बेरोजगारी दर पिछले साल जुलाई-सितंबर में बढ़कर 13.3 प्रतिशत हो गयी जो एक साल पहले इसी अवधि में 8.4 प्रतिशत थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के नियमित अंतराल पर होने वाला श्रम बजार सर्वे में यह कहा गया है. बेरोजगारी दर से आशय कार्यबल में वैसे लोगों के प्रतिशत से है, जिन्हें कोई रोजगार नहीं मिला है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

कोरोना काल में सोशल मीडिया पर लोगों को फंसाने के लिए कई तरह से स्कैम चलाए जा रहे हैं. लोगों को गलत योजनाओं की जानकारी देकर उन्हें ठगा जा रहा है. सोशल मीडिया पर कई ऐसे लिंक घूम रहे हैं, जिनके जरिए लोगों की फिशिंग की जा रही है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। 

शिक्षिकाओं की एक नवगठित एसोसिएशन ने राज्य के सरकारी स्कूलों में शौचालयों की खराब स्थिति को ध्यान में रखते हुए हर महीने तीन दिन के पीरियड लीव की मांग के लिए अभियान शुरू किया है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।