केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बृहस्पतिवार को कहा कि कम से कम 15 करोड़ बच्चे एवं युवा देश की औपचारिक शिक्षा व्यवस्था से बाहर हैं और करीब 25 करोड़ आबादी साक्षरता की बुनियादी परिभाषा के नीचे है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘अगर हम सरकारी, निजी एवं धर्मार्थ स्कूलों, आंगनवाड़ी, उच्च शिक्षण संस्थानों एवं कौशल से जुड़ी पूरी व्यवस्था में 3 से 22 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों एवं युवाओं की संख्या पर नजर डालें, तब यह संख्या 35 करोड़ होती है, जबकि देश में इस आयु वर्ग की आबादी 50 करोड़ है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
पिछले 20 लाख सालों में भी दुनिया उतनी अधिक गर्म नहीं थी जितना वह मौजूदा दौर में है. तापमान में 1 डिग्री सेंटीग्रेड की बढ़ोतरी से झकझोर देने वाली बारिश 7 गुना अधिक बढ़ रही है. पिछले 3 हजार सालों में पृथ्वी के समुद्र स्तर में उतनी अधिक बढ़ोतरी कभी नहीं हुई जितनी अब हो रही है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
जानवरों से इंसानों में पहुंचने वाली संक्रामक बीमारियों मानवता के लिए घातक होती जा रही हैं. वहीं, अन्य बीमारियों से त्रस्त पशुपालक किसान भी उचित व समुचित इलाज के अभाव से त्रस्त और हतोत्साहित हो रहे हैं. देश में अब भी जानवरों में होने वाले रोगों की रोकथाम को लेकर ठोस काम नहीं हो पाया है. खासतौर से गुणवत्तापूर्ण वैक्सीन की अनुपलब्धता और नीतियों का अभाव इसे और खतरनाक बना रहा है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
क्या इस साल सरकारी नौकरियों के लिए कक्षा 10 और कक्षा 12 की मार्कशीट मान्य नहीं होगी? दरअसल, सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इस साल 10वी और 12वी में प्रोमोट होने वाले छात्रों के मार्कशीट सरकारी नौकरी में मान्य नहीं होंगे. यह मैसेज वायरल होने के बाद कोरोना काल में पास हुए छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
आंध्र प्रदेश सरकार ने दिनांक 9 अगस्त 2021 को दी गई जानकारी के अनुसार, 10 मई 2021 को, श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया अस्पताल में, कुछ मरीज जो वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, कोविड-19 के इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
बिहार के कटिहार जिले में एक सरकारी टीचर द्वारा मध्याह्न भोजन योजना के तहत आवंटित राशन के खाली बोरे को घूम-घूमकर बेचने का एक मामला सामने आया है. उनका दावा है कि सरकारी आदेश पर वे ऐसा करने को मजबूर हुए हैं. हालांकि इससे संबंधित सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने टीचर को निलंबित कर दिया है.
भारत के लोग सरकार की अदूरदर्शी नीतियों और महामारी के कुप्रबंधन से पैदा होने वाले गंभीर आय संकट की चपेट में हैं. इस आर्थिक तबाही की वजह का एक हिस्सा तो यह है कि नौकरियां की संख्या सिकुड़ गयी है. इस तबाही का एक और हिस्सा है, जिसके बारे में ज्यादा बात नहीं होती है और वह है-मौजूदा नौकरियों से होने वाली आमदनी में गिरावट . विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
सोशल मीडिया पर कब कौन सी खबर वायरल हो जाए किसी को नहीं पता. इन्हीं वायरल खबरों में कुछ खबरें फर्जी भीहोती है. जिस पर आप भरोसा कर लेते है और इसी चक्कर में कभी-कभी ठगी का शिकार हो जाते हैं. ऐसी ही एक भ्रामकखबर इन दिनों सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
मोदी सरकार अब वोटर आईडी कार्ड बनाने के लिए भी आधार का इस्तेमाल करना चाहती है. केंद्र ने आधार बनाने वाली एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को पत्र लिखकर मांग की है कि चुनाव आयोग को नए मतदाताओं के पंजीकरण के लिए आधार का उपयोग करने की अनुमति दी जाए . विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
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