केंद्र सरकार में पिछले चार वर्षों के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में 935 करोड़ रुपये का गबन हुआ है. यह आंकड़ा किसी निजी एजेंसी का नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास मंत्रालय की ‘सोशल ऑडिट यूनिट’ द्वारा किये गए ऑडिट में सामने आया है. इतनी भारी-भरकम राशि की वित्तीय हेराफेरी में से महज एक फीसदी से अधिक यानी कि करीब 12.5 करोड़ रुपये ही वसूल किए जा सके हैं। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
भारत को किसानों का देश कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में 13 जनवरी 2016 से एक नई योजना ;प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना; के नाम पर शुरू की थी. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने इस योजना से कृषि पर आश्रित गरीब किसानों को फायदा तो नहीं पहुंचाया, बल्कि अपनी आंखों के सामने उन्हें खूब लूटवाया। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
साल 2018-19 में कुल रोजगार में कृषि की हिस्सेदारी 42.5 फीसदी से 2019-20 में नाटकीय ढंग से बढ़कर 45.6 फीसदी हो गई. कुल रोजगार में कृषि की भागीदारी में यह इजाफा भारतीय अर्थव्यवस्था के एक चिंताजनक पहलू को दिखाता है। पूरी खबर सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कोविड की तीसरी लहर के आने का अंदेशा जताया जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि सितंबर माह तक कोविड मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है, अगर ऐसा होता है तो एक बार फिर देश लॉकडाउन की दिशा में आगे जाएगा. इसी बीच एक मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर की आंशका के चलते एक बार फिर से स्कूल और कॉलेज बंद किए जा रहे हैं.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
कोविड-19 की दूसरी लहर ने भारत के बाकी हिस्सों की तरह गुजरात के हर शहर तबाही मचाई थी, जिसमें ढेरों मौतें हुईं. गुजरात उच्च न्यायालय द्वारा इसे लेकर सटीक डेटा प्रकाशित करने के लिए राज्य सरकार की खिंचाई करने के बावजूद सरकार ने दावा किया कि 2020 में शुरू हुई महामारी की दो लहरों के दौरान केवल 10,075 लोग कोविड के कारण मारे गए थे। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
कृषि मंत्रालय के हालिया अनुमानों के मुताबिक़ भारत में 2020-21 में करीब़ 309 मिलियन टन का खाद्यान्न अनाज उत्पादित हुआ है, जो अब तक का सबसे ज़्यादा है.लेकिन खाद्यान्न और कृषि संगठन के 2020 के अनुमानों के मुताबिक़ भारत में कम से कम 19 करोड़ लोग गंभीर भुखमरी का शिकार हैं. मतलब हमारी आबादी का 14 फ़ीसदी हिस्सा नियमित तौर पर भूखा रहता है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
किसान आंदोलन अब नौवें महीने में प्रवेश होने जा रहा है. आंदोलन के 262वें दिन यानी देश की स्वतंत्रता दिवस पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में तिरंगा यात्रा निकाली गई. किसानों को उम्मीद थी कि जब प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से भाषण देंगे तो उनके बारे में भी कुछ बोलेंगे लेकिन वो इस मामले पर कुछ नहीं बोले। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
हाल ही में टोक्यो में संपन्न हुए ओलंपिक खेलों में भारत ने शानदार प्रर्दशन किया है. ओलंपिक खेलों में भारत ने एक गोल्ड मेडल समेत सात पदक जीते हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी कई भ्रामक खबरें शेयर की जा रही है। इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें। इन दिनों व्हाट्सऐप पर एक ऐसा ही मैसेज वायरल हो रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि, नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने की खुशी में भारत सरकार हर बच्चे को एक साल का मोबाइल रिचार्ज फ्री में दे रही है.विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
चार साल में 4,11,810 मीट्रिक टन गेहूं और चावल रास्ते में गायब हो गया. अगर यह बच जाता तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग 8.23 करोड़ लोगों को एक माह का अन्न दिया जा सकता था. इस योजना के तहत 5 किलो अन्न गरीबों को दिया जा रहा है. 10 अगस्त को संसद में पेश खाद्य, उपभोक्ता मामलों और सार्वजनिक वितरण पर स्थायी समिति की रिपोर्ट में ये चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. समिति की यह रिपोर्ट भारतीय खाद्य निगम द्वारा खरीद, संग्रहण और वितरण पर आधारित है. विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
भारत सिर्फ कोरोना वायरस से ही नहीं, बल्कि उसके साथ-साथ कई तरह की अफवाहों से भी लड़ रहा है. वायरस से वैक्सीन तक को लेकर देश में अलग-अलग अफवाहें चलती रही हैं और सरकार को हर बार सच सामने रखना पड़ा है. इस बार भी एक व्हाट्सऐप मैसेज वायरल हो रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।