उत्तरप्रदेश राज्य के गाज़ीपुर ज़िला से प्रमोद वर्मा की बातचीत गाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से मंजय सोनकर से हुई। मंजय बताते है कि वो मज़बूरी और गरीबी में चाट छोले की दूकान चलाते है। उन्हें अपना व्यवासाय बढ़ाने के लिए लोन की आवश्यकता है। उन्हें अगर लोन मिलेगा तो वो छोटा दूकान का विस्तार कर सकते है। वो दूसरी कक्षा तक पढ़ाई कर के बाहर चले गए जहाँ वो 300 रूपए महीने की वेतन पर नौकरी किये। किसी तरह आठ साल नौकरी कर घर आये तो उन्होंने देखा की अगल बगल छोटा दूकान चला कर लोग जीवन यापन कर रहे है और आजीविका चलाते हुए उनका बचत भी हो जा रहा है ,तब से उन्होंने भी छोला चाट का दूकान चलाने का विचार किया। अब वो अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ाना चाहते है

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मेरी भी आवाज़ सुनो कार्यक्रम के अंतर्गत इस कड़ी में आत्मनिर्भर भारत योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।आत्मनिर्भर भारत योजना लोगों को रोजगार देने और आत्मनिर्भर बनने में सहायता प्रदान कर रहा है। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।

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शाबाश के इस कड़ी जानेंगे कि महिलाएं किस तरह से अनेक परेशानियों के बावजूद हर नहीं मानी और मंजिल तक पहुँच गयी। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें

महिला दिवस की इस कड़ी में हम जानेंगे रिंकी कुमारी कैसे अपनी परिस्थितियों से लड़ते हुये अपने परिवार को संभाल रही हैं। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें ...

किसान भाई भेड़ पालन करके भी अपना रोजगार शुरु कर सकते हैं, जो कि आज एक बहुत बड़ा व्यवसाय बन चुका है। भेड़ को ऊन, मांस और दूध के लिए पाला जाता है। इसके अलावा भेड़ का गोबर भी बहुत अच्छा खाद माना जाता है |

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बिरनो क्षेत्र बद्धोपुर से युवक नए-नए धंधे चुन रहे हैं ,बेरोजगारी से तंग होकर नई चुनौतियों पर काम कर रहे हैं। ग्राम सभा गजपतपुर में मनोज कुमार ने चाय पकौड़े की दुकान चुनी हैं। इनका कहना है कि पढ़ाई लिखाई के बाद सरकारी नौकरी कहीं नहीं मिल रही जिससे उम्र भी बढ़ती जा रहा है और सही समय पर धंधा चुन लेना भविष्य के लिए अच्छा है