उत्तरप्देश राज्य ग़ाज़ीपुर जिला जलालबाद प्रखंड से प्रमोद वर्मा ग़ाज़ीपुर मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि दिनांक 30-03-20 को गाजीपुर मोबाइल वाणी पर एक खबर प्रसारित किया गया था जिसका शीर्षक था "जलालाबाद में एक फेज में लाइट न आने से ग्रामीण परेशान "। खबर में बताया गया था कि एक फेस में लाइट ना आने से ग्रामीण काफी परेशान हैं। इस खबर को मोबाइल वाणी पर प्रसारित कर जखनिया व दुल्लहपुर के जूनियर इंजीनियर के मोबाइल पर फॉरवर्ड भी किया गया जिसका निष्कर्ष यह निकला कि विद्युत आपूर्ति को सही कर फिर से सुचारू रूप से जारी कर दी गई है और जिससे यहां के ग्रामीण काफी खुश हैं।
केंद्र सरकार के निर्देशानुसार अंत्योदय कार्ड धारकों को 35 किलो राशन निशुल्क मिलने का जो प्रावधान था उसी के अंतर्गत जलालाबाद ग्राम सभा में आज अंत्योदय कार्ड धारकों को 35 किलो जिसमें 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल निशुल्क वितरण हो रहा है कोटेदार ने स्वयं इसकी जानकारी दी
गाजीपुर जनपद के हरदासपुर खुर्द में राजनरायन राम का डेली का काम है कमाना खाना न उनके पास खेत हैं न कोई अन्य व्यवसाय । उनके परिवार की संख्या 5 है जिसे ओ अकेले दम पर कमाते खिलाते हैं लेकिन अब न उनके पास राशन हैं न पैसे । रही बात दुकानदारों की तो उनका इतना बकाया है की ओ अब राशन देने से भी इंकार कर चुके हैं इस लिए ये अब इस लॉकडाउन में किसी तरह आज तक तो गुजारा किये लेकिन अब भूखे करने को मजबूर हैं और हर तरह से मायूस हो चुके है गरीब परिवार को नहीं मिली कोई सहायता तो भूखा सोनें को मजबूर होगा परिवार । सुनें इन्ही की जुबानी इनकी दास्तान टूटी फूटी आवाज में संवाददाता उपेन्द्र के साथ हुई सिधि वार्ता में ......
गाजीपुर जनपद के जलालाबाद यूनियन बैंक पर पैसे के लेनदेन के लिए लोग कतार में तो खड़े हैं लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के जो नियम बनाये गए हैं उसका उलंघन कर रहे हैं लोग । लोगों के बीच जो सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने का जो प्रशासन का प्रयास है यहां फेल नजर आ रहा हैं गार्ड और दो पुलिस के जवान बेफिक्र बैठे हैं जबकी इस नजारे को देख कर प्रबंधक महोदय से बात की गई तो उनका जबाब भी गैर जिम्मेदाराना मिला उनका कहना है कि लोगों को मना करने के बाद भी लोग नही मान रहे हैं तो हम क्या करें यैसे ही गैर जिम्मेदार लोगों की वजह से संक्रमण बढ़ रहा है यैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए वहीं मौजूद युवा की क्या रॉय है ऑडियो क्लीक कर सुनें विस्तृत जानकारी.........
देश में लॉकडाउन के कारण दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है जहां पिछले 10 दिनों से उनका व्यवसाय ठप होने के कारण उनको अनेकों कठिनाइयां हो रही है किसी तरह वे लोग जीवन यापन कर रहे हैं तो सरकार द्वारा मिलने वाले विशेष राहत योजनाओं का भी इनको अब तक लाभ नहीं मिला है जिससे यह लोग काफी परेशान है
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बड़े एलान किए। उन्होंने एक लाख 70 हजार करोड़ के आर्थिक पैकेज का एलान किया। किसानों, मनरेगा मजदूर, महिलाओं, पीएफ खाताधारकों, आदि को राहत दी। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी गरीब भूखा ना रहे। स्वास्थ्य कर्मचारियों को मेडिकल इंश्योरेंस कवर वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि जो लोग इस जंग को लड़ रहे हैं, चिकित्सा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं उन्हें आगामी तीन माह तक 50 लाख का बीमा कवर दिया जाएगा। देश में 22 लाख स्वास्थ्य कर्मचारी और 12 लाख डॉक्टर्स हैं। 80 करोड़ गरीबों को राहत वित्त मंत्री ने बताया कि कोई गरीब भूखा न रहे, इसके लिए सरकार ने इंतजाम किए हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यह सुनिश्चित करेगी की हर गरीब को खाना मिले। योजना के तहत पांच किलो अतिरिक्त गेहूं या चावल अगले तीन महीने तक मिलेगा। इसका फायदा 80 करोड़ लाभार्थी को मिलेगा। यह देश की दो तिहाई आबादी है। साथ ही एक किलो दाल का प्रावधान किया गया है। बता दें कि गरीबों को पांच किलो गेहूं या चावल पहले ही मिलता था। किसानों और बुजुर्गों को भी राहत अप्रैल के पहले हफ्ते में किसानों के खाते में 2000 रुपये की किस्त डाल दी जाएगी। देश के 8 करोड़ 70 लाख किसानों को इसका लाभ मिलेगा। बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को 1000 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। ये अगले तीन महीने के लिए है। इसे दो किस्त में दिया जाएगा। इस वर्ग के लोगों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर किया जाएगा। इससे लगभग 3 करोड़ लोगों को फायदा होगा। महिलाओं के लिए खुशखबरी उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ महिला लाभार्थियों को लाभ मिलेगा। इन्हें तीन महीने तक मुफ्त सिलिंडर दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त अगले तीन महीने तक महिला जनधन खाताधारकों को प्रति माह 500 रुपये दिए जाएंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि इसका लाभ 20 करोड़ महिलाओं को होगा। दीनदयाल योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को 20 लाख तक का लोन दिया जाएगा। पहले इनको 10 लाख तक का लोन दिया जाता था। मजदूरों के लिए भी बड़ा एलान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि मनरेगा के तहत आने वाले मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ा दी गई है। ये दिहाड़ी पहले 182 रुपये थी, जो अब 202 रुपये हो गई है। इससे पांच करोड़ परिवार को फायदा होने की उम्मीद है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर निर्माण क्षेत्र से जुड़े 3.5 करोड़ रजिस्टर्ड वर्कर, जो लॉकडाउन की वजह से आर्थिक दिक्कतें झेल रहे हैं, उन्हें मदद दी जाएगी। इनके लिए 31000 करोड़ रुपये का फंड रखा गया है। संगठित क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण एलान संगठित क्षेत्र के लिए भी महत्वपूर्ण एलान किए गए हैं। अगले तीन महीने तक ईपीएफ में सरकार योगदान देगी। ईपीएफ का 12 फीसदी जो कर्मचारी देता है और 12 फीसदी जो कंपनी देती है, यह दोनों ही अगले तीन महीने तक सरकार देगी। लेकिन यह सिर्फ उन्हीं कंपनियों के लिए लागू होगा जहां 100 से कम कर्मचारी हैं और 90 फीसदी कर्मचारियों का वेतन 15 हजार रुपये से कम है। इसके अतिरिक्त पीएफ स्कीम रेगुलेशन में बदलाव कर नॉन रिफंडेबल एडवांस 75 फीसदी जमा रकम या तीन महीने के वेतन को निकालने की सुविधा भी दी जाएगी। राज्य सरकारों से अनुरोध आगे उन्होंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि वे जिला मिनरल फंड का इस्तेमाल मेडिकल स्क्रीनिंग, टेस्टिंग गतिविधि, कोरोना के बारे में जागरूकता अन्य कार्यों में करें, ताकि कोरोना से ज्यादा लोग प्रभावित ना हों।
केबल फाल्ट होनें से विद्युत सेवा बाधित जीससे लोगों को घरों में बैठे हो रही है परेसानी सुने पूरी जानकारी......
गाजीपुर जनपद की पुलीस प्रशासन ने अब लोगों को समझाने के अलांवा सख्ती से पेस आना चालू कर रही है लोगों को जब लाख समझानें के अलांवा लोग नहीं माने तो अनावश्यक घूम रहे लोगों पर मजबूरन जिला प्रशासन लाक डाउन का पालन कराने के लिए सख्ती से पेश आ रहा है। जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य व पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह भारी फोर्स के साथ नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किये इस दौरान सड़कों पर जो भी बेवजह घूमते हुए मिले उससे सख्ती से पेश आने को कहा। इस दौरान कई जगह पुलिसकर्मियों को हल्का बल का भी प्रयोग करना पड़ा। पूरे जनपदमें बेवजह सड़कों पर घूम रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुल लगभग 30 वाहनों को सीज करने के साथ ही 211का चालान किया गया।इसके अलावा कई लोगों से जुर्माना भी वसूला गया।तो आप सभी बेवजह न निकले रोड़ पर वारना पड़ सकता है भारी जरूरत की वस्तुओं के लिए हाथ में झोला और सामान की पर्ची लेकर अकेले घर से बाहर निकलें साथ ही ख्याल रखें सामान लेते समय दुकान पर भीड़ की स्थिति न हो सामान लेनें के बाद तुरन्त वापिस घर लौट जायें बेवजह घूमें नही । साथ ही सरकार की अगली निर्देश का इंतजार करें हो सकता हैं जरूरत की बस्तुवें घर पर ही उपलब्ध कराई जाय सुनें पूरी जानकारी......
कोरोना महामारी से निपटने के लिए जनप्रतिनिधियों ने भी अपने हाथ खोल दिए हैं। इसी क्रम में आजमगढ़ सांसद और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने एक करोड़ रुपये मेडिकल कालेज को देने की संस्तुति की। उन्होंने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी है। देश में कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर तरह के प्रबंध किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने पूरे देश में लाक डाउन घोषित कर दिया है। इन सबके बीच मास्क और सैनिटाइजर की कमी आम लोगों को परेशान किए हुए है तो स्वास्थ्य विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा है। इसे देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने मदद को हाथ बढ़ाए हैं। मंगलवार को लालगंज सांसद संगीता आजाद ने 50 लाख रुपये दिए। वहीं, विधायक पति आजाद अरिमर्दन ने 25 लाख, सगड़ी विधायक वंदना सिंह ने 15 लाख और अतरौलिया विधायक संग्राम यादव ने 25 लाख रुपये अपनी निधि से दिए जाने की संस्तुति की। वहीं बुधवार को आजमगढ़ सांसद और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपनी निधि से एक करोड़ रुपये मेडिकल कालेज को पीपीई और टेस्टिंग किट की खरीद के लिए देने की संस्तुति की। उन्होंने इस बात की जानकारी ट्वीट करके दी। हालांकि अभी तक उनके द्वारा धनराशि स्वीकृत करने का पत्र विभाग के पास नहीं पहुंचा है। वहीं, एमएलसी यशवंत सिंह ने भी 25 लाख रुपये देने की घोषणा की है। इसमें 12.50 लाख आजमगढ़ और 12.50 लाख मऊ के लिए हैं।