जैसे-जैसे मौसम बढ़ता जा रहा है वैसे वैसे पानी का जल स्तर नीचे जा रहा है जिसके कारण गरमा मुंह होने की संभावना कम दिखाई दे रहा है कई ऐसे भी किसान हैं जो अभी तक पानी के अभाव में मात्र दो पानी ही गेहूं को दे पाया है।

बिहार राज्य से रंजन मोबाइल वाणी के माध्यम से रोहित यादव से साक्षात्कार लिया है। जिसमें उन्होंने बताया कि पहले की खेती और अभी की खेती में अंतर है और अभी की खेती जो रही है वो अच्छी है। उन्होंने बताया कि पानी का स्तर घटता जा रहा है इसलिए तालाब आदि का निर्माण किया जाना चाहिए। तालाब आदि होने से मत्स्य पालन किया जा सकता है मवेशियों को पानी पिलाया जा सकता है। पेड़ पौधों के काटने से बारिश कम हो रही है इसलिए पेड़ पौधा लगाना चाहिए।

घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र के किसान नीलगाय के आतंक से हुए प्रशांत खेतों में लगी हुई फसलों को कर रही है बर्बाद

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से पिंकी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से शिवकुमारी देवी से जलवायु परिवर्तन विषय पर साक्षात्कार लिया। शिवकुमारी देवी ने बताया कि समय से पहले बारिश होने के कारण धान का फसल नष्ट हो गया। समय पर वर्षा होता तो फसल बर्बाद नही होता ।

बिहार राज्य के मधुबनी जिला से पिंकी ने मोबाईल वाणी के माध्यम से स्थानीय महिला से जलवायु परिवर्तन विषय पर साक्षात्कार लिया। महिला ने बताया कि समौसम में बदलाव होने से ये सर्दी से पीड़ित हैं