मधुबनी जिले के अन्दराठड़ी प्रखंड के सहोरिया मध्य विद्यालय में शिक्षिका सुनीता मिश्रा से मलेरिया बारे में बात-चित कर रहे है जिसमे सुनीता जी ने बताया कि मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। इस से बचाव के लिए अपने घरों के आस पास गन्दगी पनपने नहीं देना चाहिए ,हर तरफ साफ़ -सफाई करना चाहिए , पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए , ये हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने आस- पास को साफ-सुथरा रखें ताकि मच्छर न पनप सके । मच्छर से बचने के लिए मच्छर दानी का प्रयोग जरूर करे । अपने घर और घर के आस-पास समय -मय पर डी.डी.टी का छिड़काव करना चाहिए।मच्छर से बचने के लिए मच्छर बत्ती का प्रयोग न करें इसका धुआं स्वस्थ के लिए हानिकारक होता हैं.

बिहार राज्य के मधुबनी जिले के बाबूबरही प्रखंड से टी.एन.ब्रम्हऋषि जी सतगारा मध्य विद्यालय के शिक्षिका कविता झा जी से मलेरिया होने के कारण और बचाव के बारे में बात-चित कर रहे है जिसमे कविता जी ने बताया की मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है। मलेरिया में ठण्ड के साथ बुखार आता है,मलेरिया के रोकथाम के लिए अपने घर और अपने घर के आस पास की साफ़-सफाई करना चाहिए साथ ही कहीं भी कूड़ा जमा न होने देना चाहिए। समय-समय पर डी.डी.टी का छिड़काव करते रहना चाहिए।

जिला मधुबनी से टी.एन.ब्रम्हऋषि जी बाबूबरही प्रखंड के सतघरा मध्य विद्यालय के शिक्षक जय कुमार शाह जी से मलेरिया होने के कारण और बचाव के बारे में बात-चीत कर रहे है जिसमे जय कुमार शाह जी ने बताया की मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है।और इस बीमारी से बचने के लिए सारे शिक्षक छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर अपने स्कूल के अगल-बगल के कूड़ा-करकट की साफ-सफाई करते है और हमेशा विद्यालय परिसर को साफ़ रखते है।ताकि मच्छरों के प्रकोप से बचे रहे।जितने भी दवा छिड़काव करने वाले आते है यहाँ के शिक्षक अपने विद्यालय परिसर,चापाकल के नजदीक छिड़काव कराते है। और ये सारे शिक्षक बच्चो को भी सलाह देते है की रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे ताकि मच्छर ना काटे और बीमारी ना फैले।

जिला मधुबनी से टी.एन.ब्रम्हऋषि जी अंधराठाढ़ी प्रखंड के सहुरिया मध्य विद्यालय के शिक्षक उपेन्दर जी से मलेरिया होने के कारण और बचाव के बारे में बात-चीत कर रहे है जिसमे उपेन्दर जी ने बताया की मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होता है।जिसकी रोकथाम और बचाव के लिए हमें अपने आस-पास साफ़-सफाई रखने की जरुरत है।और साफ़-सफाई के साथ-साथ ब्लीचिंग का भी छिड़काव कर मच्छरों को पनपने से रोका जा सकता है और इस बीमारी से बचा जा सकता है।

टी.एन.ब्रह्मर्षि,जिला मधुबनी से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मलेरिया जानलेवा बीमारी है,जो मच्छर के काटने से होता है.एनोफ़िल नामक मादा मच्छर के काटने से मलेरिया नामक बुखार होता है।ये गन्दगी जगहों जैसे नाले और गन्दगी स्थानों पर मच्छरों के ठिकानो से मच्छरों का बसेरा बनकर मानव को अपना शिकार बनाता है।मोबाइल वाणी के माध्यम से चलाया गया कार्यकरम अत्यंत सराहनीय है जो लोगो को सचेत रहने और बचाव पर ध्यान आकृष्ठ कर रहा है।पूर्व में कोसी नदी के निकट रहने वालो को अधिक मलेरिया होने से जान चली जाती थी.उसके बाद मलेरिया के रोकथाम के लिए डीडीटी का छिड़काव भारत सरकार द्वारा किया गया जिससे बहुत हद तक मलेरिया पर नियंत्रण पाया जा सका लेकिन आज भी बिना मच्छरदानी के बैठा या सोया नहीं जा सकता है।मच्छरों को भगाने के लिए अब कई तरह के बत्तीयो तथा कैमिकल का उपयोग करना प्रारम्भ हो गया है, परंतु इसका प्रभाव मच्छरों पर नहीं बल्कि इसके विपरीत मानव पर देखा जाता है।मानव भी इस कैमिकल के शिकार बन रहे है।मानव की इस कैमिकल का शिकार बनना और फिर मच्छरों का नहीं भागना बीमारी उत्पन्न कराता है।इसलिए सरकार को इसके विकल्प के रूप में डीडीटी का छिड़काव आवश्यक रूप से करवानी चाहिए और मच्छरों के ठिकानो को समाप्त कर देना चाहिए ताकि लोगो का जीवन मलेरिया से बच सके।

मधुबनी जिले के हनुमान नगर से राजनाथ मंडल जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है, कि मलेरिया मच्छर गंदे पानी से जन्म लेती है,और मलेरिया मच्छर के काटने से फैलती है। जब मलेरिया किसी व्यक्ति को होता है,तो उसे ठण्ड लगता है,शरीर में कंपन की भावना जागृत हो जाती है साथ ही पसीना भी आता है,धीरे-धीरे बुखार बढ़ने लगता है और वह दिन-प्रतिदिन कमजोर होते जाता है।

मधुबनी बिहार से राजनाथ मंडल ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि घर के आस-पास पानी का जमा होना ,मलेरिया रोग के फैलने का मुख्य कारण है।आस-पास के अस्पताल से खून जांच कर के, इस बिमारी के होने या न होने की जानकारी कर लेनी चाहिए।मलेरिया रोग का मुख्य लक्षण है - बुखार आना,शरीर काँपना - थरथराना ,सर्दी लगना ,और उल्टी आना।इस बीमारी के रोक- थाम के लिए घर और उस के आस -पास सफाई रखनी चाहिए।

जिला मधुबनी,से राजनाथ कुमार मंडल जी मोबाईल वाणी के माध्यम से मलेरिया के बारे बता रहे है की मलेरिया मच्छर के काटने से होता है।और घर के आस-पास जो पानी का जमाव होता है,मलेरिया मच्छर उस गन्दे पानी की वजह से उतपन्न होती है।और यह मच्छर जहरीला होता है।जब यह मच्छर की आदमी को काटता है तो उसके खून में कीटाणु को छोड़ देता है।उसके बाद धीरे-धीरे उस आदमी को बुखार आने लगता है और वो कमजोर हो जाता है।और धीरे-धीरे बहुत ज्यादा बीमार हो जाता है।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.