जिले में कुल नौ अंगीभूत व एक संबद्ध डिग्री कॉलेज है। इनमें, 6 अंगीभूत व एक संबद्ध कॉलेज का मूल्यांकन हो चुका है। जबकि तीन अंगीभूत कॉलेज डॉ. श्रीकृष्ण सिन्हा महिला कॉलेज, जेकेएलएनएम कॉलेज घोड़ासहन व डिग्री कॉलेज मधुबन का नैक से मूल्यांकन होना बाकी है। इनमें, डिग्री कॉलेज मधुबन वर्ष 2019 से संचालित है। एमएस कॉलेज का नैक मूल्यांकन का दो चक्र हो चुका है पूरा जिले में एकमात्र एमएस कॉलेज का नैक से दो चक्र मूल्यांकन का कार्य पूरा हो चुका है। वर्ष 2013 में इसका प्रथम मूल्यांकन में बी ग्रेड मिला था। दूसरा मूल्यांकन वर्ष 2019 में हुआ, जिसमें कॉलेज को सी ग्रेड मिला। वहीं, एलएनडी कॉलेज का वर्ष 2017 में पहला मूल्यांकन हुआ।जिसमें कॉलेज को 2.6 प्वाइंट के साथ बी प्लस ग्रेड मिला। जो जिले में सर्वाधिक है। यहां वर्ष 2022 नवंबर में दूसरा चक्र का मूल्यांकन होना था, जिसके लिए एक्यूएआर सब्मिट हो चुका है। इधर, एसएनएस कॉलेज में वर्ष 2017 में पहला मूल्यांकन हुआ था। जिसमें कॉलेज को बी प्लस ग्रेड मिला। यहां भी वर्ष 2022 में दूसरे चक्र का मूल्यांकन होना था। जिसके लिए फरवरी माह तक एक्यूएआर जमा करने की तैयारी चल रही है। जबकि, एसआरएपी कॉलेज बाराचकिया में वर्ष 2016 में नैक से पहला मूल्यांकन हुआ। जिसमें कॉलेज को बी ग्रेड मिला। इसी प्रकार केसीटीसी कॉलेज रक्सौल में वर्ष 2017 में पहले साइकिल का मूल्यांकन हुआ, जिसमें कॉलेज को सी ग्रेड आया था। जबकि, अरेराज के एमएसएसजी कॉलेज का वर्ष 2017 में पहला मूल्यांकन हुआ, जिसमें कॉलेज को बी ग्रेड मिला। वहीं संबद्ध डिग्री कॉलेज पंडित उगम पांडेय कॉलेज का वर्ष 2016 में पहला मूल्यांकन हुआ। जिसमें उसे सी ग्रेड मिला। नैक से मूल्यांकन क्यों है जरूरी कॉलेजों के विकास के लिए नैक से मूल्यांकन बेहद जरूरी है। मूल्यांकन के आधार पर ही कॉलेजों को यूजीसी व रुसा से ग्रांट मिलती है। मूल्यांकन नहीं होने पर उक्त राशि से कॉलेजों को वंचित होना पड़ेगा। मूल्यांकन के लिए यह है जरूरी एलएनडी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अरुण कुमार के अनुसार, नैक से मूल्यांकन के लिए आधारभूत संरचना मसलन कॉलेजों में कमरे, क्लास रूम, लैब,लाइब्रेरी का बेहतर होना जरूरी है। इसके अलावे शिक्षकों की संख्या, छात्रों का प्लेसमेंट, व्यवसायिक शिक्षा, वाह्य स्रोत से कॉलेजों को आमदनी, शिक्षकों के रिसर्च वर्क, उनका प्रकाशन,अध्ययन के संबंध में छात्रों का फीडबैक आदि पारामीटर पर मूल्यांकन होता है।
मुरारपुर पंचायत के मुरारपुर बशीखा खेल मैदान में गुरुवार को जय मुरारपुर क्रिकेट क्लब के द्वारा क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। फाइनल लीग मैच का शुभारंभ संजय कुमार यादव राजद के जिला नेता सह अरेराज के प्रभारी ने गुरुवार को किया। संजय कुमार यादव ने बल्लेबाजी कर मैच का विधिवत शुभारंभ किया। मौके पर क्रिकेट टूर्नामेंट के अध्यक्ष गोलू कुमार, सचिव मंटू कुमार, रमेश राम ,ब्रज राम ,सतीश कुमार ,सचिन कुमार, गुड्डू कुमार तथा पूर्व सरपंच वीर बहादुर यादव उपस्थित थे।
मधुबन उच्च विद्यालय में गुरुवार को प्रखंड स्तरीय दक्ष खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उद्घाटन बीडीओ कुमारी सविता सिन्हा व प्रशिक्षु आरडीओ रजनीश कुमार ने किया। अंडर 14 क्रिकेट टूर्नामेंट गोपालपुर स्कूल बनाम मधुबन सेंट्रल स्कूल के बीच हुआ। इसमें उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोपालपुर की टीम 4 विकेट से बाजी मारी ली। अंडर 17 क्रिकेट टूर्नामेंट श्री विष्णु प्रगाश उच्च विद्यालय बनाम उच्च विद्यालय मधुबन के बीच हुआ। उच्च विद्यालय की टीम निर्णारित ओवर में 59 रन बनायी। श्री विष्णु प्रगाश उच्च विद्यालय की टीम 60 रन बनाकर 7 विकेट से बाजी मार जी। वॉलीबॉल का मैच उच्च विद्यालय व श्री विष्णु प्रगाश उच्च विद्यालय के बीच हुआ। उच्च विद्यालय की टीम 2-1 से जीत हासिल कर ली।
सिकरहना बड़हरवा लखनसेन टोला सरूपा निवासी उदय दूबे ने संजय दूबे, सुशील दूबे, मुन्नी देवी, शिवम दूबे, देवेन्द्र दूबे पर मारपीट कर जख्मी कर देने का आरोप लगाते हुए थाने में एफआईआर दर्ज करायी है। उन्होंने कहा है कि बीच बचाव करने आये उनकी पत्नी, भतीजा व भाई के साथ भी उनलोगों ने मारपीट की। उनकी पत्नी से जेवरात छिन लिया तथा घर में प्रवेश कर पच्चीस हजार रूपये नकद ले लिया। घर में ताला बंद कर घर से भगा दिया। मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है।
नेपाल में प्रतिबंधित पांच सौ रुपए के नोट के साथ एक नेपाली व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।वीरगंज पुलिस ने जांच के क्रम में उक्त व्यक्ति के पास से 500के 200नोट यानी कुल 1लाख रुपए भारतीय मुद्रा बरामद किया है। उक्त बरामदगी रक्सौल वीरगंज सड़क खंड के शंकराचार्य गेट के पास से हुई।वीरगंज(पर्सा)के डीएसपी दीपक गिरी ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति की पहचान नेपाल के वीरगंज के छपकैया वार्ड 1निवासी जटाशंकर साह सोनार(21 ) के रूप में हुई हैं।बरामद 500के भारतीय नोट नेपाल में प्रतिबंधित है,जिसके पकड़े जाने के विरुद्ध कानुनी करवाई के प्रावधान है।उन्होंने बताया कि जटाशंकर पैदल रक्सौल की तरफ से आ रहा था।जिसको संदिग्ध स्थिति में देख कर जांच की गई।तलाशी में पॉकेट से उक्त रकम बरामद हुई। ।
सिकरहना बहलोलपुर गांव में बुधवार की रात्रि चोरों ने दो घरों में सेंधमारी कर हजारों रुपये की सामग्री चुरा ली। चोरों ने गौरीशंकर साह के घर में ईंट के दिवाल में सेंधमारी कर घर में घुस गए व पेटी उठाकर बाहर ले गए। बाहर पेटी से जेवरात व कीमती साड़ी निकाल लिया तथा पेटी को वहीं छोड़ दिया। घर के लोग दूसरे कमरे में सोए थे। सुबह में घटना की जानकारी मिली। वहीं नूर मोहम्मद के घर में सेंधमारी कर सात हजार रुपये नगद व एक मोबाइल चोरी कर ली। घर के लोग उसी घर में सोए थे लेकिन इसकी भनक तक नहीं लगी। सुबह में घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गयी। मामले को लेकर थाने में कोई आवेदन नहीं दिया गया है।
स्थानीय डाकबंगला चौराहा पर वीर छत्रपति महाराणा प्रताप के पुण्यतिथि पर गुरुवार को भव्य श्रद्धांजलि दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाराणा प्रताप को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उपस्थित लोगों ने उनके जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। सभा के संयोजक जदयू नेता अमरेंद्र कुमार सिंह ने कार्यक्रम की सफलता पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप की देशभक्ति और उनकी वीरता व समर्पित कार्यशैली हर पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत है। उनके देश भक्ति और वीरता को किसी जाति धर्म के दायरे में समेटना संभव नहीं है। मौके पर विधायक इंजीनियर राणा रणधीर सिंह, दीपक पटेल सरदार मंजीत सिंह, टुन्ना सिंह, संजय सिंह, धर्मेंद्र कुमार सिंह, वसीलअहमद खान, कौशल किशोर इंजीनियर अजय कुमार आजाद, जितेंद्र सिंह, बृज बिहारी पटेल, धीरज चंद्रवंशी, बिट्टू सिंह, अभय तिवारी, कुणाल सिंह, विशाल सिंह, संटू पाठक, महेश श्रीवास्तव, कृष्णा कश्यप, किरण दीदी, लिटिल सिंह, सुनील सिंह थे।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रुलही गांव में आगजनी में झुलसे मुकेश कुमार की इलाज के दौरान पटना में गुरुवार को मौत हो गयी। प्रेम प्रसंग को लेकर युवक के शरीर पर ज्वलनशील तेल छिड़कर आग लगा देने का आरोप लगा था। आगजनी मामले में 13 जनवरी को छह लोगाें के खिलाफ मुफस्सिल थाने में एफआईआर दर्ज की गयी थी। घटना के बाद जख्मी हालत में युवक को इलाज के लिये सदर अस्पताल लाया गया। स्थिति चिन्ताजनक होने पर सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया। मुजफ्फरपुर में इलाज के बाद पटना में इलाज के लिये उसे भर्ती कराया गया था। रुलही गांव के शंभू देवनाथ ने मुफस्सिल थाने में सिंधु देवनाथ, संजित देवनाथ, रतन देवनाथ, सुनील देवनाथ, सिंधुदेव नाथ की पत्नी रिंना देवी व रतन देवनाथ की पत्नी ललिता देवी पर भांजा मुकेश कुमार के शरीर में आग लगाकर जलाने का आरोप लगाया था। दर्ज एफआईआर में बताया था है कि आरोपितों ने मिलकर उसके भांजा के शरीर में आग लगा दी। रात में जब उसके चिल्लाने की आवाज सुनाई दी तो वह बाहर निकला तो देखा कि सिंधु देवनाथ के घर के सामने उसके भांजा के शरीर में आग लगी है। वह जख्मी हालत में तड़पते हुये आरोपित लोगों का नाम बता रहा है। वहां गांव के लोगों की भीड़ जमा हो गयी। गांव के लोगों के सहयोग से इलाज के लिये उसे सदर अस्पताल ले जाया गया। फेसबुक पर फोटो डाल कामेंट करने पर दूसरे पक्ष ने किया था केस फेसबुक पर फोटो डालकर गलत कॉमेंट करने को लेकर 13 जनवरी को ही मुफस्सिल थाने के रुलही गांव के मुकेश मंडल के खिलाफ दूसरे पक्ष ने एफआईआर दर्ज करायी थी।
सरकारी योजजनाओं की गहन जांच व पर्यवेक्षण कार्यक्रम के तहत अनुमंडल पदाधिकारी सिकरहना इफ्तेखार अहमद के द्वारा प्रखंड के झरोखर पुचायत में विभिन्न सरकारी योजनाओं व जातीय जनगणना का निरीक्षण किया गया। इस क्रम में वार्ड संख्या-2 में पासवान टोला में नल जल की समुचित व्यवस्था नहीं रहने की शिकायत पर शीघ्र निराकरण का निर्देश दिया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों की जांच कर पौष्टिक पोषाहार व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का निर्देश दिया गया। वृद्धापेंशन नहीं मिलने की एकमात्र शिकायत का निराकरण करते तुरंत फॉर्म भरवा कर प्रखंड कार्यालय में जमा करने का निर्देश वार्ड सदस्य को दिया गया। जातीय जनगणना के प्रगणकों के द्वारा किये गये कार्यो का रैंडमली जांच किया गया। इस क्रम में प्रपत्र,नजरी नक्शा व वाल राईटिंग से मिलान किया गया। एसडीओ ने जनवितरण दूकानों की जांच के क्रम में निशुल्क खाद्यान्न वितरण के सम्बंध में लाभुकों से पूछताछ की।
जिला के करीब 108 अल्ट्रासाउंड संचालकों का लाइसेंस का रिन्यूअल अधर में लटक गया है। क्योंकि इन सबों का लाइसेंस सिविल सर्जन कार्यालय से सरकार के निर्देश के विरुद्ध दिया गया है। जिसको लेकर इन सब के लाइसेंस के रिन्यूअल के लिये पटना विभाग से निर्देश मांगा गया है जो अभी तक अप्राप्त है। जबकि इसमें अधिकांश के लाइसेंस की अवधि इस माह से लेकर अगले माह समाप्ति पर है। जिसको लेकर ऐसे अल्ट्रासाउंड संचालकों ने सिविल सर्जन कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू कर दिया गया है। जांच के लिए डीएम ने बनायी थी कमेटीबताया जाता है कि जिला में निर्गत होने वाले अल्ट्रासाउंड लाइसेन्स के लिये राज्य स्वस्थ्य समित्ति पटना ने ऑनलाइन लाइसेंस के लिए आवेदन लेने का निर्देश 2018 में दिया था। मगर सिविल सर्जन कार्यालय ने इस निर्देश को नजर अंदाज कर सीधा आवेदन लेकर अल्ट्रसाउंड का लाइसेंस यह कह कर बांट दिया कि वे लोग राज्य स्वास्थ्य समिति के अधीन नहीं है । हेल्थ निर्देशक का पत्र मिलेगा तो अमल किया जाएगा। जबकि हेल्थ निर्देशक पटना ने भी पत्र जारी किया था मगर इस पत्र को दबा दिया गया। इस बात को हिंदुस्तान अखबार ने प्रमुखता से उठाया तो विभाग का कान खड़ा हुआ व यह मामला डीएम तक पहुंचा। डीएम शीर्षत कपिल ने जांच कमेटी बनाई। जांच में कई तरह के अनियमितता पायी गयी। बगैर विशेषज्ञ डिग्री के भी लाइसेंस देने की बात सामने आई। जांच रिपोर्ट के बाद इन सबों पर कार्रवाई करने का निर्देश डीएम के द्वारा दिया गया। मगर यह ़फाइल आज भी ठंडे बस्ते में पड़ी है। न तो इन सबों का रिन्यूअल हो रहा है और न लाइसेंस को रद्द किया गया है।
