ज्योति कुमारी जिला जमुई प्रखंड सिकंदरा से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है की साक्षर भारत का लक्ष्य को लेकर बिहार मर साक्षरता अभियान बड़े पैमाने पर चलाये जाने से बिहार भी अन्य राज्यों की तुलना में पीछे नहीं रहेगा। और उसका भी नाम केरल और मिजोरम जैसे राज्यों की शीर्ष सूचि में शामिल हो जायेगा। केंद्र सरकार से प्राप्त होनेवाली राशि को मंजूरी के बाद चुनौती और भी कड़ी हो गयी है। इससे पहले साक्षरता कार्यक्रमों को चलाये जाने से वांछित परिणाम नहीं मिलने से इस बार पूरी कोशिश करनी ही होगी। आज भी बैंकों में खाता खोलने या अन्य दस्तावेजों में हस्ताक्षर की जगह अंगूठे के निशान लगाए जा रहे है। कितनी शर्मिंदगी की बात है की इतनी महत्वकांछी योजना के चलाये जाने के बाद भी लोग अपना हस्ताक्षर करना नहीं सिख सके है।