बिहार राज्य के सोनपुर जिले के सोनपुर मेले में पुलिस प्रदर्शनी में पटना मुख्यालय से आई दर्जनों श्वान दस्ता के डॉग ने अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर मेलार्थियों को हैरान कर दिया। पटना से आए लेब्राडोर शेरु , रिंगो, प्वजी, सिमया ,लियो, हीरा जैसे आधे दर्जन से ऊपर स्वान दस्ते के डॉग ने आतंकवादी उग्रवादी हमले को रोकने के अलावे संदिग्ध वस्तुओं की खोज करने सहित अपराधियों द्वारा अपराध की घटना के अंजाम देने के बाद किस तरह से प्रशिक्षण ग्रहण प्राप्त डॉग उस घटना तक पहुंच कर अपराधियों को पकड़ने या संदिग्ध वस्तुओं को खोजती है इसकी भी जानकारी डॉग ने मेलार्थी को दी । डॉग ने अनेक बैग में रखें में से एक बैग से शास्त्र को पहचान की । वही दूसरी ओर मालवे में दबे एक व्यक्ति को डॉग ने किस तरह से खोज कर पुलिस को बताती हैं यह भी मेलार्थी ने देखा । यह कोई मामूली डॉग नहीं बल्कि प्रशासन के द्वारा प्रशिक्षण दी गई डॉग होते हैं जो अपराधी कितना भी बड़ा क्यों ना हो या छुपाए गए कोई भी सामान क्यों ना कहीं से उसे खोज कर निकालने में डॉग कामयाब हो जाते हैं । डॉग पुलिस पदाधिकारी को उस कांड का उद्वेदन करने में सहयोग करते हैं। अपराध प्रवृति के वैसे लोग कितनी भी काली करतूतें कर ले लेकिन उनकी पर्दाफाश पुलिस किसी ने किसी के सहयोग से उसके काले करतूत के पर्दाफाश करने में कोई कसर नहीं छोड़ती है बशर्ते नेक पुलिस पदाधिकारी हो ।