वैश्विक महामारी कोरोना काल के कारण बढ़ती बेरोजगारी ने लोगों का जीना वमुश्किल कर रखा है और लोगों की कमाई का रास्ता खत्म हो चुकी है तो ऐसी स्थिति में इस बढ़ती महंगाई ने कमर ही तोड़ डाली है यहां तक की गरीबों का मुख्य भोजन हुआ करता था प्याज नमक और आलू जो आज गरीबों की थाली से भी गायब होने लगा है प्याज को बिना काटे ही आंसू निकाल रहा है प्याज से ही गरीबों का भोजन हुआ करता था जो आज अमीरों के किचन में तड़का लगता है लेकिन प्याज के दाम बढ़ने से जायके का स्वाद ही बदल गया है 15 दिन पहले बिकने वाला प्याज जो ₹60 किलो बिक रहा था आज वह ₹80 किलो बिक रहा है वहीं अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ने से आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी है खासकर बिहार राज्य के मुंगेर जिले में सब्जियों के दाम में एकदम से इतना दाम बढ़ गया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो रहा है इस कारण रसोई का बजट पूरी तरह से गङबरा गया है वहीं लहसुन और मिर्च के दाम थोड़े कम होने के बाद भी महिलाओं को कोई ज्यादा राहत नहीं मिली है क्योंकि गरीबों का भोजन नमक प्याज के अलावा कम से कम दाल रोटी भी हो जाता था लेकिन दाल के दाम भी बहुत ज्यादा बढ़ जाने के कारण अब दाल रोटी भी खा पाना बहुत ही कठिन हो चुका है धन्यवाद