फरीदाबाद के अटल नगर से गोलनूर ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि उन्हें कान में दर्द है उन्हें दो प्रकार की दवाई लिखी गयी है लेकिन दवाई लेने से उन्हें कोई राहत नहीं मिली।फिर वे प्राइवेट डॉक्टर के पास गए थे जहां डॉक्टर ने बोला उनका कान का पर्दा फट गया है उनके कान से पानी आता है कान में दर्द होता है।

मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता बता रहे हैं वे जब इलाज करवाने जाते हैं तो उनको इंकार कर दिया जाता है उन्हें बोला जाता है कि उनके डॉक्युमेंट में कुछ कमी है। उन्हें बहुत परेशानी होती है उन्हें दवा भी कम दिया जाता है

मोबाइल वाणी के माध्यम से संदीप ने बताया कि वे एस आई के पास जाते हैं वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है कंपनी में पैसे काटे जाते हैं। ईएसआई में जाते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होता है बोला जाता है एक हफ्ते बाद आना होगा

मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता बता रहे हैं कि वे ईएसआई जाते हैं तो उन्हें दवाई पुरी नहीं मिलती है जो जरूरत होती है वो देते नहीं हैं बाहर से लेना पड़ता है जिसका उन्हें पेमेंट देना पड़ता है। अगर दवाई ना मिले तो इसका कोई फायदा नहीं होगा

मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता ने बताया कि उन्हें इ एस आई कार्ड ट्रांसफर करवाना है दवाई नहीं मिल रहा है इ एस आई में टाइम टू टाइम दवाई नहीं मिलता है ।

नमस्कार मैं रवि कुमार शर्मा,मैं इस चीज की जानकारी चाहता हूँ कि दिल्ली का दिव्यांगता पेंशन बनवाने के लिए कौन - कौन से दस्तावेज लगते हैं ?

फरीदाबाद के श्रमिक विहार से रेनू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको ईएसआई से बहुत समस्या है।अल्ट्रासाउंड के लिए चार - पांच महीने की डेट देते हैं. जबकि इनको अल्ट्रासाउंड अभी करवाना था

श्रमिक विहार से शिल्पी ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इनको ईएसआई से समय से दवा नहीं मिलती है।ये सुबह छे बजे से लाइन में लगती हैं। मगर दस बजे तक इनका नंबर नही आता है , ये परेशान हो कर घर वापस आ जाती हैं।

मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता बता रहे हैं कि पिछले एक साल से पैरेलाइस हैं इलाज चल रहा है अभी भी ट्रीटमेंट के लिए गए थे लेकिन लौटा दिया गया है कि मेडिसिन मिलेगी नहीं। अब बुजुर्ग लोग हैं ई. एस. आई.पेसेंट हैं उन्हें लेकर के आज ले जाना पड़ रहा है ई. एस. आई.कट रही है इसका कोई बेनिफिट नहीं मिल रहा है

मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता बता रहे है कि ईएसआईसी से बहुत परेशानिया होती है। ईएसआईसी अस्पताल में इलाज के लिए बहुत दौड़ना पड़ता है।