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राजस्थान राज्य के चूरू ज़िला से प्रवीण कुमार,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानना चाहते है कि मूल निवास कैसे बनता है ?और मूल निवास के लिए कौन से दस्तावेज़ लगते है ?
राजस्थान राज्य के परवीन कुमार ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यूनिक आईडी के बारे में जानकारी चाहते है। यूनिक आईडी कैसे बनता है और प्रक्रिया है। साथ ही उन्हें मूल निवास की भी जानकारी चाहिए। इसमें कौन से दस्तावेज़ों की ज़रूरत पड़ती है
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सरकार ने दिव्यांगों के लिए यूडीआईडी यानी यूनिक डिसएबिलटी आईिडंटिफिकेशन कार्ड जारी किया है । इससे दिव्यांगजनो को निम्नलिखित लाभ मिलेंगे दिव्यांग से संबंधित सभी जानकारी एक यूनिक आईडी कार्ड में होगी।यह एक बहुउद्देश्य स्मार्ट कार्ड होगा। इससे दिव्यांगों को किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र लेकर नहीं घुमना पड़ेगा।इस स्मार्ट कार्ड में ही एक चीप लगी होगी। इसमें दिव्यांग से संबंधित सभी जानकारी होगी।इसके लिए दिव्यांग कल्याण विभाग में एक सॉफ्टवेयर सिस्टम लगा है। इसमें एंट्री होते ही संबंधित अधिकारी अप्रूवल कर पोस्ट के माध्यम से संबंधित दिव्यांग के पते पर यूडीआईडी कार्ड भेज देता है।लाभार्थियों को संबंधित प्राधिकरण द्वारा उल्लिखित यूडीआईडी कार्ड की विभिन्न प्रतियां नहीं बनानी होंगी। पाठक की मदद से एक स्वावलंबी प्रदाता को आसानी से डिकोड किया जाएगा।कार्ड विकलांग लोगों के लिए सत्यापन और पहचान का एक एकल दस्तावेज होगा और भविष्य में उनके लिए कई लाभ प्राप्त करेगा।यूडीआईडी कार्ड कार्यान्वयन के पदानुक्रम के सभी स्तरों – गाँव स्तर, ब्लॉक स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर लाभार्थी की शारीरिक और वित्तीय प्रगति की ट्रैकिंग में मदद करेगा। इसकी अधिकारी वेबसाइट पर जा कर आपको आवेदन करना होगा। यदि आपको ऑनलाइन आवेदन करने में कोई समस्या हो रही हो। तो आप इसके लिए ऑफलाइन भी आवेदन कर सकते हैं।इसके लिए आपको PwD Registration Form डाउनलोड करना होगा।Unique Disability ID फॉर्म पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें। फिर दस्तावेज की फोटोकॉपी संलग्न कर, भरा हुआ आवेदन पत्र सीएमओ कार्यालय / चिकित्सा प्राधिकरण में जमा करवाना होगा।सभी दस्तावेजों का होना आवश्यक है।जैसे :आधार कार्डजाति प्रमाण पत्र,आय प्रमाण पत्रबैंक खाता विवरण,स्थायी निवासी प्रमाण पत्र .
राजस्थान राज्य के बीकानेर से गणेशाराम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानना चाहते है कि क्या नीम की पत्तियाँ खाने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है ?
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आपको बताना चाहते हैं कि नीम की पत्तियों का नियमित सेवन आपको कई बीमारियों से बचने के साथ-साथ आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। इनसे शरीर में हुई सूजन काम होती है, आपके लीवर और हृदय को स्वस्थ रखती हैं, कई तरह के बैक्टीरियल इंफ़ेक्शन से बचाती हैं। इसके अर्क में डायबीटीज़, बैक्टीरिया, और वायरस से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। नीम के तने, जड़, छाल और कच्चे फलों में शक्तिवर्धक और मियादी रोगों से लड़ने का गुड़ भी पाया जाता है। नीम शरीर से विषैले तत्वों को बाहर भी निकालता है, जिससे हमारे शरीर में खून का प्रवाह सही बना रहता है।
Aug. 12, 2020, 10 p.m. | Tags: health int-PAJ coronavirus disease skd
राजस्थान राज्य के बीकानेर ज़िला से नरेंद्र कुमार,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहते है कि राजस्थान का आरबीएसई का रिजल्ट कब तक आने की संभावना है ?
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आपको बताना चाहते हैं कि आप समाज कल्याण विभाग द्वारा प्रदत्त छात्रवृत्ति और भारत सरकार द्वारा प्रदत्त राष्ट्रीय छात्रवृत्ति दोनों के लिए एक साथ आवेदन तो कर सकते हैं, लेकिन एक समय में आप किसी एक ही छात्रवृत्ति का लाभ ले सकते हैं। आप किसी भी स्थिति में एक साथ दो जगहों से आर्थिक सहायता नहीं ले सकते।
राजस्थान राज्य चूरू जिला से गोविंद कुमार साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि उन्हें अभी नहीं तो कभी नहीं अभियान से जुड़ कर अच्छा लगा
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राजस्थान राज्य के बीकानेर से गणेशा राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानना चाहते है कि क्या ऐसी कोई संस्था है जो दिव्यांगों को रोज़गार देता हो ?
राजस्थान राज्य के बीकानेर से गणेशा राम ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से यह जानकारी चाहते है कि बीपीएल कार्ड और राशन कार्ड कैसे बनाया जाता है ?बीपीएल कार्ड कार्ड और राशन कार्ड दोनों अलग होते है या फर एक ही होते है ?
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सरकार ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों की खाद्य एवं सामाजिक सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए उनके कल्याणार्थ बीपीएल कार्ड जारी करती है, जिसके माध्यम से उन्हें हर महीने अत्यंत सस्ती क़ीमत पर सरकारी राशन की दुकानों से अन्न और अन्य सुविधाएँ दी जाती हैं। इसके माध्यम से सरकार द्वारा ग़रीबों के हितार्थ चलायी जा रही अधिकांश योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। इसे बनवाने के लिए आवेदक की वार्षिक आमदनी अधिकतम बीस हज़ार रुपए होनी चाहिए। इस कार्ड को ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों तरीक़ों से बनवाया जा सकता है। ऑनलाइन बनवाने के लिए अपने राज्य के सम्बन्धित विभाग की वेबसाईट पर दिए गए आवेदन पत्र को डाउनलोड कर सभी ज़रूरी विवरण भरकर आवश्यक दस्तावेज़ों को संलग्न कर उसे निकटतम राशन कार्ड कार्यालय में जमा कर दें। अगर आपके दिए गए दस्तावेज़ों और आवेदन पत्र में दिए गए विवरणों की सत्यता प्रमाणित हो जाती है, तो एक महीने के भीतर आपका राशन कार्ड आपके घर के पते पर पहुँच जाएगा। इसके साथ संलग्न किए जाने वाले दस्तावेज- निवास प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, किराए के मकान हेतु किरायानामा, आयु प्रमाण पत्र, किसी राजपत्रित अधिकारी द्वारा प्रमाणित फ़ोटोग्राफ़्स, परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड इत्यादि की ज़रूरत पड़ेगी। ऑफ़लाइन बीपीएल कार्ड बनवाने हेतु आप अपने शहर के सर्किल कार्यालय या ग्राम पंचायत से आवेदन पत्र लेकर उपरोक्त बताए गए दस्तावेज़ों को संलग्न करते हुए उसे सही तरीक़े से भरकर जमा कर दें। इसके एक महीने के बाद आप जाकर वहीं से अपना राशन कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
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आपको बताना चाहते हैं कि निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए अपने ज़िले के अध्यक्ष, वार्ड सदस्य, ग्राम प्रधान या सरपंच से अपने निवासी होने के प्रमाण पत्र के साथ अपनी तहसील से आवेदन पत्र लेकर उसे भरते हुए पते के प्रमाण स्वरूप आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राईविंग लायसेंस, बैंक पासबुक, किरायानामा, बिजली बिल इत्यादि में से कोई एक, परिवार रजिस्टर की छायाप्रति, उम्र प्रमाणित करने हेतु जन्म प्रमाण पत्र या कोई अन्य दस्तावेज, स्वप्रमाणित घोषणा पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र तथा दो पासपोर्ट आकार के फोटोग्राफ़्स के साथ वहीं जमा कर दें। सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको तीस दिनों के भीतर आपका प्रमाण पत्र आपके घर के पते पर भेज दिया जाता है या खुद इसे रजिस्ट्रार कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप 1800-180-6127पर कॉल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप अपना निवास प्रमाण पत्र समबंधित विभाग की वेबसाईट के माध्यम से ऑनलाइन भी बनवा सकते हैं।
Aug. 5, 2020, 5:30 p.m. | Tags: int-PAJ housing governance