मैं अशोक चौहान बोल रहा हूँ ,ज़िला ग़ाज़ियाबाद ,मेरा प्रश्न ये है कि जो ठेकेदार लोग मज़दूरों को अपने साथ काम करवाने के लिए ले जाते है ,और अपने मनमानी तौर से करते है ,उनकी रोजी दिहाड़ी नहीं देते ,और उनकी दिहाड़ी दबा कर भी रखते है ,दो महीने की करा कर एक महीने की नहीं देते है , इस तरह से जब ठेकेदार मनमानी करते है तो ऐसे लोगों के लिए हम कंप्लेंट कहाँ करें या क्या करें ,उनकी समस्या किस तरह से हल होगा ,मज़दूरों का ,धन्यवाद।