उत्तर प्रदेश राज्य के बांदा से खेम सिंह श्रमिक वाणी के हैं कि, मज़दूर वर्ग गन्दगी में रहने को मजबूर हैं। खेम का कहना है की मज़दूर गरीब होते हैं और आज के समय में गरीब की बात सुनने वाला कोई भी नहीं है। जबकि मज़दूर सफाई कर्मी को पैसे भी देते हैं सफाई करने के लिए फिरभी सफाई नहीं होती है। गन्दगी से प्रदूषण फैलता है और प्रदूषण से तरह तरह की बीमारियां होती हैं