दिल्ली हरियाणा से शत्रोहन लाल कश्यप श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि कम्पनियाँ श्रमिकों से काम करा कर उन्हें उनका पैसा -वेतन नहीं देती है। उन्हें खुद के वेतन के लिए हर दिन दौड़ती है ताकि वे थक कर अपना पैसा मांगना बंद कर दें
दिल्ली हरियाणा से शत्रोहन लाल कश्यप श्रमिक वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि कम्पनियाँ श्रमिकों से काम करा कर उन्हें उनका पैसा -वेतन नहीं देती है। उन्हें खुद के वेतन के लिए हर दिन दौड़ती है ताकि वे थक कर अपना पैसा मांगना बंद कर दें