खजुरी ख़ास से हस्मत अली कुछ लोगों से साझा मंच के माध्यम से बात कर रहें हैं, इन लोगों का कहना है की सरकार अपनी गलती को छुपाने के लिए धर्म के नाम पर विवाद को हवा देती है. जब सरकार गरीबी, महंगाई या रोज़गार जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाना चाहती है तभी लोगों के दिमाग में हिन्दू और मुसलमान का फ़र्क़ दाल देती है. और जो समझदार लोग हैं वो सरकार की इस साजिश को समझ कर हर हाल में भाई चारा का प्रमाण देते हैं. इन लोगों का कहना है की इन्हें न ही लाउडस्पीकर पर आज़ान के होने से समस्या है और ना ही लाउडस्पीकर में हनुमान चालीसा को पढ़ने से इनलॉगों का कहना है की ये सभी मुसलमान हिन्दू तथा अन्य धरम के लोग प्यार मुहबत के साथ एक ही जगह रहते हैं तथा हर पर्व को जोश के साथ मनाते हैं और आगे भी गंगा जमनी तहज़ीब का साथ देते रहेंगे।