उत्तरप्रदेश राज्य के ग़ाज़ियाबाद ज़िला से रवि ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि जिस तरह मानेसर में श्रमिकों को काम के लिए भटकना पड़ता है ,उसी तरह ग़ाज़ियाबाद में भी श्रमिक काम की तलाश में रहते है। काम अगर मिलता भी है तो उन्हें सही से वेतन नहीं मिल पता। 9000 रूपए से ज्यादा वेतन तो श्रमिकों को मिलता ही नहीं है