तमिलनाडु राज्य के तिरुपुर ज़िला के अविनाशी से अरुण की बातचीत साझा मंच मुन्ना से हुई। मुन्ना ने बताया कि उन्हें तमिलनाडु में कार्य करते हुए पांच साल हो गए। पांच सालों में उन्होंने तीन कंपनियाँ बदली है। वो शिफ्ट रेट पर ही कार्य कर रहे है। कंपनी शिफ्ट में वेतन सही से मिल जाता है वही कॉन्ट्रैक्टर के अंदर में पीस रेट पर काम करने से वेतन की समस्या होती है। उन्होंने एक श्रमिक के बारे में बताया कि कॉन्ट्रैक्टर उनका 6 हज़ार रूपए नहीं दिए अब श्रमिक उन्हें खोज नहीं पा रहे है। ठेकेदार की मध्यस्था में काम करने पर पीस रेट का पैसा लेने में रिस्क होता है। शिफ्ट काम में कंपनी से सुविधा भी मिलती है। ऑडियो पर क्लिक सुनें पूरी साक्षात्कार...