तमिलनाडु तिरुपुर से मीना कुमारी साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि कंपनियों में ठेकेदार श्रमिकों को पीस रेट का रेट सही तरिके से नहीं बताते और जब पैसे देने की बारी आती है तो श्रमिकों को काम पैसे दिए जाते हैं