सिडको से अरुण और इनके साथ एक मजदुर साथी हैं वे साझा मंच के माध्यम से बताते हैं कि सरकार द्वारा इस वर्ष का बजट पेश किया जाएगा उसमे मजदूरों के हित की भी बात की जाए तो अच्छा होगा। क्योकि कंपनियों में मजदूरों से काम करवा कर वेतन नहीं दिया जाता है