हमारे एक श्रोता सतीश,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि कोरोना महामारी के कारण जीवन बिगड़ गया है। किसी को रहने के लिए मकान नहीं है किसी के पास भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। कंपनी का काम भी मंदा चल रहा है। श्रमिकों के वेतन भी कम हो गया है। ऐसे में जीवन जीना बहुत कठिन है। बच्चों के स्कूल व कॉलेज बंद हो गए है जिससे वो इधर उधर घूम कर दिन काट रहे है। बच्चों के भविष्य पर ध्यान देना चाहिए