साझा मंच संवाददाता की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से बानो से हुई। बानो ने बताया कि वो तिरुपुर सिडको के एक गारमेंट कंपनी में टेलरिंग का कार्य करती थी। लॉक डाउन के दौरान वो अपने गृह राज्य मेघालय चली गई। अब लॉक डाउन ख़त्म होने के बाद उन्होंने अपना ऑनलाइन कपड़ा बिक्री का व्यापार शुरू किया है जिसमें वो कलकत्ता की फैक्ट्री से कपड़ा आर्डर कर डिलीवरी करती है। यह कार्य घर पर बैठ कर ही फ़ोन द्वारा संचालित करती है। इस व्यापार के अलावा वो बच्चों को ट्यूशन भी देती है। इन सब का मिला कर उनकी जीविका चल जाती है। अगर उन्हें तिरुपुर दोबारा जाने का मौका मिलेगा तो वो वहाँ जाकर ज़रूर कार्य करना चाहेंगी