दिल्ली के बुराड़ी क्षेत्र से महेश कुमार सैनी ,साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पिछली बार जून में प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब किसान कल्याण योजना में सभी 80 करोड़ मजदूरों के लिए 5 किलो चावल,गेहूँ में 1 किलो दाल नवंबर तक के लिए देने को कहा था लेकिन इस योजना में दिव्यांगजन लोगों को शामिल नहीं किया गया था। जिसके कारण नेशनल फेडरेशन ऑफ द ब्लाइंड को कैस करना पड़ा और दूसरी तरफ अभी जो लोन वाली योजना चल रही है कि रेहड़ी पटरी वाले लोगों को ₹10000 लोन के रूप में दिया जाएगा उसमे भी दिव्यांगों को शामिल नहीं किया गया है। इससे ये पता चलता है कि हमारी सरकार अपने लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर नहीं चलना चाहती है लोग कैसे चाहेंगे किस तरह से उनका विकास होगा उत्थान होगा यही बातें हैं और देश तभी तरक्की करेगा जब तक साथ मिलकर चलेंगे और अपना विकास तभी देश का विकास होगा धन्यवाद