हेमलता साझा मंच मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि बहुत सारी श्रमिक महिलाओं को लॉक डाउन में घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा है, साथ ही गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना संक्रमण के दर और डवाखनों के बंद होने से बहुत परेशानी हुई। बहुत सारी श्रमिक महिलाओं ने लॉक डाउन में घर चलाने के लिए अपने गहने तक बेच दिए।