मूलतः उड़ीसा के निवासी काम के सिलसिले में तिरपुर, तमिलनाडु आए थे और लॉक डाउन में फँस गए हैं। इनके पास खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं है। लॉक डाउन के पहले सप्ताह में सिर्फ़ दस किलो अनाज मिला था। इनके साथ चालीस लोग हैं। ये साझा मंच मोबाईल वाणी से राशन की मदद माँग रहे हैं।