दिल्ली एनसीआर के कापसहेड़ा से नन्द किशोर प्रसाद की बातचीत साझा मंच मोबाइल वाणी के माध्यम से संजय पांडेय से हुई। संजय पांडेय ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम मज़दूरी में बढ़ोतरी हो गयी है परन्तु उद्योग विहार स्थित कंपनियों में श्रमिकों की सैलरी नहीं बढ़ रही है। यहाँ तक कि इनिशियल और फाइनल चेकर का वेतन 9,475 रूपए ही है। साथ ही अगर एक दिन से ज़्यादा छुट्टी ले ली जाए तो कंपनी से निकाल दिया जाता है। जिस तरह दिल्ली में आठ घंटे के हिसाब से मज़दूरों की सैलरी 16,000 है उसी हिसाब से उद्योग विहार के श्रमिकों को भी उतनी ही सैलरी मिलनी चाहिए। महंगाई बढ़ने व सैलरी कम रहने के कारण मज़दूरों को बहुत समस्याएँ हो रही हैं।