दिल्ली एनसीआर के उद्योग विहार से अनिल कुमार साझा मंच के माध्यम से बताते है, कि वे उद्योग विहार, फेज-1, प्लाट नंबर-153 के कम्पनी में काम करते है। वे बताते है कि कम्पनी के द्वारा इनकी भर्ती ली गयी थी। लेकिन ठेकेदार के अंडर में काम करवाया जाता था। साथ ही वे कहते है कि काम करवाने के बाद अब कम्पनी पैसे नहीं दे रही है। कम्पनी का कहना है की तुम लोगो का पैसा ठेकेदार लेकर भाग गया है।
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आपको बताना चाहेंगे कि कानून के मुताबिक ये कंपनी की जिम्मेदारी बनती है कि वो श्रमिकों के वेतन का भुगतान करें क्योंकि मुख्य नियोक्ता कंपनी ही है ,वही सबसे ज़्यादा लाभ कमा रही है लेकिन जैसा की आपने बताया कि ठेकेदार के अंडर काम करवाया गया है तो इस सम्बन्ध में श्रम कार्यालय में एक अर्ज़ी दे सकते है।
May 9, 2019, 12:02 p.m. | Tags: int-PAJ