कापसहेड़ा से हमारे संवाददाता रफ़ी ने दिलीप जी के साथ बातचीत की।इस बातचीत में दिलीप जी ने बताया की ये एक कम्पनी में डेढ़ साल से काम कर रहे थे। इस कम्पनी में ये टेक्सटाइल डिपार्टमेन में डाटा एंट्री का काम करते थे और अपने घर की कुछ परिस्थियों के कारण इन्हे अपने घर जाना पड़ा था।कम्पनी के तरफ से इन्हे कहा गया था की इनका वेतन और इंसेंटिव इनके अकाउंट में चला जायेगा। और जब लौट कर वापस आये तो दिलीप जी को नौकरी से निकल दिया गया और जो 15 दिन काम करके गए थे उसका पैसा भी नहीं दिया गया। ये बार-बार अपने वेतन के बारे जानकारी मांगते है लेकिन इन्हे कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। शुरू में वेतन समय से दिया जाता था। ये अपने पैसे के लिए 20-30 बार फ़ोन भी कर चुके है। साथ ही जो एचआर था उसका ट्रांसफर हो गया है।नया एचआर ने इन्हे थर्ड पार्टी से बात करने के लिए कह दिया। जोइनिंग के समय इन्हे ऑफर लेटर, सैलरी स्लिप और आईकार्ड भी कम्पनी के तरफ से दिया गया है।जब इन्होने घर जाने के लिए छुट्टी लिया तो इनकी छुट्टी मंजूर कर ली गयी थी। लेकिन घर जाने के समय इन्हे मना कर दिया गया की ये घर नहीं जा सकते है। इस कम्पनी में काम करने से पहले ये दो कम्पनी में काम कर चुके थे वहाँ ऐसी कोई मुश्किल नहीं आयी थी।दिलीप जी कहना है की इस सब मामलो में थर्ड पार्टी और कम्पनी दोनों की कमी है