विनय कुमार मोबाईल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि जो घर बनाने वाले लेबर हैं। उनका रोज का चार सौ रुपये मजदूरी होता है। और उनके नीचे जो काम करते हैं उन्हें तीन सौ रुपये ही दिए जाते हैं। रोजगार गारंटी योजना में सौ रुपये दिया जाता था पर उनके वेतन बढ़ा कर एक सौ तीस रुपये कर दी गई है। जिससे लेबरों को कुछ राहत मिला है।