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दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से जानकारी दे रहे है की दुमका में कला संस्कृति खेल-कूद युवा कार्य विभाग की और से संचालित संग्राहलय अधिकांशत: महीनो बंद रहता है यहाँ के पधाधिकारी वर्ष में दो बार आते है और बड़ा बाबू माह में 10 दिन आते है जो छात्र शोध के लिए आते है उन्हें दिक्कते आती है.इस संग्राहलय में संथाली पुराणी चीजो को रखा गया है अत:विभाग को इस और ध्यान देना चाहिए की इसमें सुधर किया जाये।
जिला दुमका से शलेन्द्र सिन्हा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है की महिला थाना में महिला कोशंक की एक बैठक हुई जिसमे पारिवारिक विवाद को सुलझाया गया इसके तहत छ:मामलो का निस्पाद किया जाना था लेकिन चार मामले में एक पक्ष के अनुपस्थित रहने से मामले का निष्पादन नहीं हो सका कोशंक बैठक की अध्यक्षता थाना प्रभारी कन्हैया दास और पत्रकार शैलेन्द्र सिन्हा ने किया।
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शैलेंदर सिन्हा साथ में श्यामली दास द्वारा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक खोरठा गीत प्रस्तुत किया गया.
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Dashrath Mahto from Dumri block, Giridih district called up to say that he had recorded a grievance on 1st February 2014, where he had complained on Jharkhand Mobile Vaani that the Principal of Government school, Galagi is charging money for giving admit cards to the students and if the students or their parents decide against giving money then he would fail them in the practicals. Mahto exclaims that following the publication of this information on Jharkhand Mobile Vaani, everyone who lives in the area got to know about it and a pressure was built on the principal to return the money back to the students. The principal called a meeting where he returned the money back to the parents of those students who had paid him the money and told them that he wouldn't inflict any damage on the students grades because of this. Mahto, acknowledges the Jharkhand Mobile Vaani platform for acting as a trigger in enabling justice at the ground level. गिरिडीह,डुमरी से दशरथ मोबाइल वाणी के माध्यम से ये कहना कहते है कि इन्होने 01/02/2014 को JMV पर एक समाचार दिया था अध्यापक द्वारा छात्रों को मानशिक रूप से प्रतारित करने का। इसका नतीजा ये हुआ की ये समाचार जंगल की आग की तरह चारो ओर फ़ैल गया। अंतत प्रधानाध्यापक ने अभिभावकों और छात्रों को स्कूल में बुला कर उनसे माफ़ी मांगते हुए कहा की आज के बाद से वो ऐसी गलती दुवारा नही दोहराएंगे। साथ ही साथ छात्रोंसे अवैध रूप से वसूले गए पैसे भी उन्हें वापस कर दिए।
जिला दुमका से शलेन्द्र सिन्हा साथ गुंजन मरांडी ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते है कीसिधु कान्हू मुड्मु विशव विधालय में पिछले एक वर्षो से कुलपति नहीं है जिसके कारण छात्रो द्वारा दो घंटे का धरना दिया गया इसकी ज्ञापन dcके माध्यम से राज्य पाल को दिया गया।इससे सबसे ज्यादा परेशानी छात्रो को होती है क्योकि उनका समय पर कोई कार्य पूरा नहीं होता है।अत:जल्द से जल्द स्थाई कुलपति की नियुक्ति किया जाए।