दुमका से साधन सेन झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाहते है की कबीरब 400 मनरेगा कर्मियो का मजदूरी भुगतान 1 महीनो से बाकि है मंरेगा के उच्च आधीकारी संजीव कुमार का कहना है की EFMF सिस्टम से मजदूरी भुगतान होने के कारन भुगतान में देरी हो रही है।
Transcript Unavailable.
साइलेंद्र सिन्हा,दुमका से झारखंड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहना चाह रहे है की महिला हिंसा एक ऐसा मुद्दा है जिसमे ग्रामीण छेतर के लोगो को अभी भी अपने अधिकार के बारे मे जानकारी नही है
दुमका जिले के दुमका प्रखंड से शैलेन्द्र शिन्हा ने झारखण्ड मोबाइल वाणी के लिए अभिजीत शेखर से बातचीत की इस दौरान अभिजीत कहते हैं कि महिला हिंसा एक गंभीर समस्या है इस मुद्दे पर विशेषकर ध्यान देने की आवश्यकता है, ग्रामीण क्षेत्रो में आज भी महिलाओं को कई सारे मुद्दों पर जानकारी नही है चाहे वह मतदान की बात करे या शिक्षा की बात करें या फिर ग्रामीण क्षेत्रो में महिलाओं को डायन करार देकर प्रताड़ित करने की मामला हो, ये सब निंदनीय है.आज जरुरत है लोगो को अपने अधिकारो के प्रति जागरूक करने का.
Transcript Unavailable.
दुमका जिले के दुमका प्रखंड से शैलेन्द्र शिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि दुमका ज़िले में घरेलू हिंसा रुकने का नाम नही ले रहा है यहां पर दहेज़ प्रथा के कई मामले सामने आई है जिसमे सरैयाहॉट प्रखंड के बेलीढाउ गांव निवासी शकुन्तला देवी ने अपने पति कामेश्वर यादव और परिवार के सदस्यों पर दहेज़ के लिए प्रताड़ित करने के मामले में थाने में केस दर्ज कराया है.शंकुतला देवी ने आरोप लगाया कि उसके ससुराल वाले उनसे 50000 रुपये की मांग कर उसे प्रताड़ित करते हैं. वही बिझी गांव की सुनीता देवी ने भी अपने पति और ससुराल वालों पर प्राथमिकी दर्ज कराया। इसी तरह से कई मामले थाने में दर्ज हैं. साथ ही दुमका ज़िले में मुख्यमंत्री जननी शिशु सुरक्षा योजना का भी लाभ नही मिल रहा है.
दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से एक स्कूली छात्रा पूनम कुमारी से साक्षात्कार कराते हुए कहते है की महिला हिंसा आज पुरे देश में फ़ैल गया है, विशेष तौड़ पर स्कूली छात्राओ पर, स्कूल से आते-जाते उन्हें ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उन पर मनचले द्वारा फब्तियां कसते है और लडकियाँ डर कर स्कूल जाना प्बंद कर देंती है या तो इसका विरोध करने से डरती है,इन्होने कहा सरकार को इस ओर कदम बढ़ाने की जरूरत है , स्कूलों में छात्राओं के लिए आत्म रक्षा के लिए प्रशिक्षण देना चाहिए, और उन्हें अपने हक के लिए जागरूक करना चाहिए
दुमका से शैलेन्द्र सिन्हा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से ये बता रहे है कि महिला हिंसा कई प्रकार की भांति है। आज वो एक महिला से बात कर रहे है जया कुमारी भगत है जो महिला हिंसा के बारे में बता रही है। ये बता रही है कि समाज में लोग हमेशा ही औरत को दोष देते है और उनपर अगल अलग तरीके का आरोप लगते हुई उनके साथ हिंसा करते है। जैसे - किसी को डैन कह कर उसको मरते है और समाज से अलग भी रखते है ,किसी औरत को अगर बच्चा नही हो रहा है तो उसका दोष भी लोग उसी को देते है और उनको कोशने,मरने जैसे हिंसा करते है। लोगो को समझना चाहिए की इसमें सिर्फ औरत का ही दोष नही होता है। हो सकता है कि इसमें पुरष का भी दोष हो। ये उन सभी लडकिया और औरतो को ये कहना चाहती है कि वो इस समाज में हो रहे अन्याय और हिंसा से लड़े। चुप रह कर हिंसा का न सहे। इस समाज में उनका भी बराबर का हक़ है उसे ले और नही मिल रहा है तो उसे छीने। महिलाओ को अकसर लगता है कि वो लड़ नही सकती और उनमे वो सकती नही है। तो ऐसे लोगो से जाया जी कहना चाहती है कि वो महिला सस्कति कारन करे और खुद को कमजोर न समझे। जो उनका हक़ है उनको वो हाशिल करे। इसमें कही न कही दोष माता और पिता का भी है। वो समझते है कि बेटी है इसकी तो शादी हो जाने के बाद इसे वही गरेलू काम ही करना है तो इन्हे पढ़ा लिखा के क्या फायदा है। मगर वही माँ बाप ये नही जानते की आज महिलाएं किती तेजी से आगे बढ़ रही है। आज बहोत घरो की महिलाएं तो घर का काम करने के साथ साथ अपनी पढाई को भी महत्व देती है और शिक्षा अर्जित कर रही है।
Transcript Unavailable.
Transcript Unavailable.