गिरिडीह,डुमरी से दशरथ महतो मोबाइल वाणी के माध्यम से किताब के पन्नो से कार्यक्रम के तहत एक कहानी हमारे साथ बात रहे है। ये कहानी है प्रसिद्ध लेख प्रेम चन्द्र की। इस कहानी का नाम है पञ्च परमेश्वर।
जिला गिरिडीह,डुंगरी से दशरथ महतो ने झारखण्ड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चो में पोशाक मिलने में हो रही देरी से विद्यार्थियों में उदासी है वही विभाग में आवंटन राशी आने की बात हो रहा है बजट पास होने के बावजूद राशी उपलब्ध नहीं करने के कारन बच्चो को पोशाक नहीं मिल पा रही है।सर्वशिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलो में बच्चो को नि:शुल्क पोषक देने का प्रावधान किया गया है ये बात सुनकर बच्चे काफी उत्साहित थे लेकिन पोषक वितरण नहीं होने से बच्चे उदास हो गये है बच्चो का कहना है की इस बार भी पिछली बार की तरह पोषक से वंचित नहीं रहना पड़े। शिक्षको का कहना है की पूर्व से बछो को पोषक देने की बात कही जा रही है इस बाबत विभाग द्वारा शिक्षको से बच्चो की रिपोर्ट भी मांगी जा रही है लेकिन अभी तक राशी उपलब्ध नहीं करायी गयी है। बच्चे शिक्षको से पोशाक के लिए तरह तरह के सवाल करने लगे है। जानकारों का कहना है की राशी के अभाव में स्कूलो में पोशाकों का वितरण नहीं हो पा रहा है।महमूद आलम ने कहा की राशि आवंटित होते ही सभी बच्चो को पोषक मिल जायेंगे।
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गिरिडीह : दशरथ महतो ने डुमरी प्रखंड से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर चलाए जा रहे कार्यक्रम बोले दिल की बात के तहत अपनी दिल की बात रिकॉर्ड कराया है
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जिला डुमरी, गिरिडीह से दशरथ महतो ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते है की प्रतिवर्ष लाखों भ्रूण कुछ हजार पैसों की खातिर नष्ट कर दिए जाते है जगह-जगह अस्पतालों में जाँच की आड़ में यह जघन्य अपराध किया जाता है अधिकतर वंश वृद्धि के नाम पर कन्या भ्रूण को पैदा नहीं होने दिया जाता है समाज में लडकियों को पराया धन समझा जाता है अधिकतर लोगों की मानसिक धारणा होती है की बेटा हो तो मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी बेटियों को समाज बोझ मानता है दहेज़ की मर से घबराकरमोक्ष प्राप्ति की चाह और बेटे का बापकहलाने की चाह में कन्या भ्रूण की बलि चढ़ा दी जाती है और इस अपराध में माता-पिता तो दोषी है ही साथ में इस काम को पेशा बनाने वाले लोग भी दोषी है इसलिए वर्तमान में जागरूकता फैलाने की जरूरत है लेकिन ये तभी सफल होगा जब समाज में आम आदमी की धारणा बदलेगी हमे विचारना होगा की पैदा होने से पहले ही एक मासूम की जान लेकर हम इंसानियत की हत्या कर रहे है इतिहास बताता है की नारियों ने देश की आन की रक्षा की है वर्तमान समय में भी नारियो ने उदाहरन पेश किये है इसलिए कन्या भ्रूण हत्या नहीं करना चाहिए।
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जिला गिरिडीह,डुमरी ने झारखंड मोबाईल वाणी के माध्यम से एक चुटकुला प्रस्तुत किये।
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