बोकारो: नावाडीह, बोकारो से झारखण्ड मोबाइल वाणी पर जल सरक्षण एवं प्रदूषण पर कहते हैं कि झारखण्ड में गाँव में लोग पानी का संरक्षण कुआं, तालाब, डाड़ी आदि के माध्यम से की जाती है वही शहरों में बोरिंग के द्वारा किया जाता है जिससे पानी का स्तर निचे चला जा रहा है.यही वजह है कि राज्य में आज जल संकट की समस्या उत्पन्न हो गई है.राज्य में प्रदूषण भी तेजी से बढ़ रहा है जिससे तरह-तरह के बीमारी फ़ैल रही है.वे कहते हैं कि पूंची निवेश के नाम पर प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है.प्रदूषण के कारन आज राज्य में सुखा जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती हैं. वे बताते हैं कि पूर्व में दामोदर नदी से लोग पानी पिने के लिए उपयोग करते थे लेकिन आज यहाँ के पानी पूरी तरह से प्रदूषित हो चूका है और अब पानी पिने योग्य नही रहा है. इसके पीछे कई कारन जिसमे जैसे पतरातू ताप विद्युत सयंत्र, बोकारो ताप विद्युत संयंत्र, चन्द्रपुरा ताप संयंत्र, दामोदर घटी परियोजना, स्वर्णरेखा जल परियोजन आदि है इसके साथ ही कई काल वासरी भी है जो जल को प्रदूषित करने भूमिका निभाई है.