पूरब(पूर्व) से आने वाले प्रवासी मज़दूर जिन्हें आम बोलचाल में 'पुरबिया' कहा जाता है, वे पंजाब की कृषि व्यवस्था और अन्य काम-धंधों की रीढ़ हैं। स्थायी रूप से यहां रहने वाले 'पुरबिया' प्रवासी मज़दूरों की तादाद भी लाखों में है औरप्रतिवर्ष तकरीबन दस लाख से भी ज़्यादा मज़दूर धान और गेहूं की रोपाई तथा कटाई के लिए पंजाब आते हैं। तब पंजाबउनका 'दूसरा देस' बन जाता है।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।