हॉस्पिटैलिटी, रिटेल, कंज्यूमर और ऑटो सेक्टर की कंपनियां कोरोनावायरस के संकट के दौर में फिर से लेबर माइग्रेशन की चिंता से जूझने लगी हैं. देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते केस और उसे रोकने के लिए लगाए जा रहे प्रतिबंध और लॉक डाउन की वजह से मजदूरों की रोजी-रोटी पर असर पड़ सकता है. रेस्टोरेंट्स और रिटेल सेक्टर की बात करें तो मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में रिवर्स माइग्रेशन शुरू हो चुका है.