मध्यप्रदेश राज्य के जिला छिंदवाड़ा से दिनकर पातुलकर मोबाइल वाणी के माध्यम से नेहरु युवा केंद्र संगठन से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित तुबा हया खान से विशेष बातचीत की जिसमे उन्होंने बताया कि पंचायती राज चुनाव में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया गया है।लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और रहती है। महिलाओं को पार्टिसिपेंट में खड़ा तो कर दिया जाता है, जिसमें चेहरा तो महिला का होता है लेकिन काम उसके पीछे पुरुष करते हैं। महिलाये कटपुतली की तरह काम करती है। इसके लिए दोनों वर्गों को समझने की जरुरत है कि खासकर पुरुष वर्ग को समझना होगा कि महिलाये इस पद के लिए सक्षम है। और महिलाओं में भी आत्मविश्वास हो कि वे हर एक मामले का निपटारा कर सकती है और इसके लिए जरुरी है कि उन्हें घर से पुरुषो का समर्थन मिलना जरुरी है। उनका यह भी कहना है कि भारत युवाओं का देश है और राजनीती में उनकी भागीदारी अहम् है और युवा चाहे तो वे देश को जिस ओर मोड़ना चाहेंगे उस ओर अप्रत्यक्ष रूप से मोड़ सकते है। युवा पर निर्भर करता है की वे किन मुद्दों के आधार पर अपना प्रतिनिधि चुनते है, दूसरी बात यह की भारत विवधताओं का देश यहाँ पर अलग संप्रदाय से जुड़े लोग रहते है। इसलिए अगर युवा प्रतिनिधि के रूप में चुन कर आते तो उन्हें इस बात का ख़ास ख्याल रखना होगा की कभी ऐसी नाजुक स्थिति आती है तो एक वर्ग का समर्थन करे और दूसरे की अवहेलना करे ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। सामाजिक पहलु को ध्यान में रखना बहुत जरुरी है।