मोहम्मद मुजफ्फर हुसैन साथ में किसान अनिल प्रसाद हजारीबाग,झरनी से झारखण्ड मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है की गर्मी शुरू हुआ नहीं की जलसंकट गहराने लगा और फसल बर्बाद होने लगी इसका कारण है की हमारे क्षेत्र में जलाशयों के स्रोतों का आभाव, सरकार जो भी चेक डैम बनवाती है या मंरेगा के तहत जो भी तालब और कुओ का निर्माण करती है बरसात बीत जाने के बाद तक तो कुछ दिन पानी रहता है पर गर्मी में पानी के स्रोत सूख जाते। इसके दोषी वे सरकार को मानते है और मांग करते है की सिचाई के साथ साथ पेयजल की भी वयवस्था की जाये।