प्रखंड बड़कगांव,जिला हजारीबाग, से रितेश राज जी मोबाईल वाणी के माध्यम से कहते हैं कि झारखण्ड एक कृषि प्रधान राज्य है। यहाँ के लगभग 50 % लोग किसान है। यहाँ के किसान खेती करने के लिए पूरी तरह से मानसूनी वर्षा पर निर्भर रहते हैं । रबी फसल के बारे में उनका कहना है कि ये मानसून के आधार पर पैदा होता है। अगर मानसून में बदलाव आई तो सारी फसल नष्ट हो जाती है। और किसानों का सारा मेहनत पानी में बह जाता है। लेकिन गौर करने वाली बात तो यह है कि सरकार की तरफ से किसानों को किसी भी तरह का मुवाजा नहीं दी जाती है। साथ ही हर गांव में किसानो के मदद के लिए कृषि मित्रों की नियुक्ति की गई है लेकिन कृषि मित्र के द्वारा भी किसानों को बीज मुहैया नहीं कराइ जाती है। इसके अलावा किसान जो बीमा करवाते हैं उसका भी लाभ किसानों को नहीं मिलता है।वे कहते हैं कि शायद यही वजह है कि राज्य में किसानों की स्थिति दिन बा दिन सुधरने के बजाये ख़राब होती जा रही है । अत: वे सरकार से आग्रह करते हैं कि इन सभी समस्याओं से किसानो को मुक्ति दिलाने का कोशिश किया जाए, ताकि किसानों की स्थिति में सुधार आये।