पूर्वी सिंघभूम घाटशिला से भाषा शर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताती हैं कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हमारे देश में 10 अगस्त 2017 को राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस मनाया जाएगा।राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस के दिन एक वर्ष से उन्नीस वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी जाएगी। सभी अभिभावक अपने बच्चों को नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र एवं स्कूलों में लाए और कृमि नियंत्रण की दवा निःशुल्क खिलाए।कृमि फैलने का मुख्य कारण है- नंगे पैर घूमना,नंगे पैर शौच में जाना,शौच से आ कर साबुन से हाथ ना धोना,खाने को ढ़क कर ना रखना,खाने को बिना हाथ धोए खाना,फल-सब्जी को बिना धोए खाना इत्यादि के कारण ही बच्चे कृमि से संक्रमित होते है। इसकी पहचान आसानी से हो जाती है जैसे-कुपोषण,खून की कमी,भूख ना लगना,कमजोरी महसूस करना,पेट में दर्द,उल्टी,दस्त और वजन में कमी आना।बच्चों में कृमि नियंत्रण के फायदे के लिए खून की कमी में सुधार,बेहतर पोषण स्तर,स्कूल एवं आंगनबाड़ी में बढ़ोतरी,सीखने की क्षमता में सुधार होता है।यदि बच्चें कृमि से संक्रमित ना हो तो भविष्य में कार्य क्षमता और औसत आय में वृद्धि,समुदाय का विकास।इस लिए दवा खाने के साथ-साथ रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण व्यवहार जैसे-खुले में शौच ना करें,हमेशा शौचालय का प्रयोग करें,हाथों को हमेशा साबुन से धोए विशेष कर खाने से पहले और शौच जाने के बाद,जूते पहनें,नाख़ून को हमेशा साफ़ और छोटे रखें,साफ पानी पिए,आस-पास सफाई रखें, खाने को हमेशा ढ़क कर रखें तथा साफ पानी में फल एवं सब्जी को धोए।