गिरिडीह जिले के देउरी प्रखंड से अनंत कुमार सिन्हा जी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे है कि उनके बलिया पंचायत में दो बार एक ही मुखिया बनी है लेकिन इनके पंचायत में किसी तरह का विकास कार्य मिल रहा है। पंचायत में किसी भी तरह की योजनाएं सफल नहीं होती है ना मनरेगा का काम होता है और ना ही प्रधानमंत्री की योजनाएं कामगार साबित होती है। साथ ही पंचायत में स्वयं सेवक की जो बहाली की गयी है, वे भी अपना काम ठीक से नहीं करते हैं । पंचायत में अभी तक पंचायत भवन भी नहीं बन पाया है, आज भी पंचायत भवन का काम अधूरा पड़ा हुआ है। सांसद एवं विधायकों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है और ना ही प्रखंड विकास पदाधिकारी गांव में जाँच करने आते है। सरकार का शौचालय निर्माण, जन वितरण प्रणाली एवं चापाकल मरमत्ती या निर्माण जैसी कार्य आजतक अधूरा पड़ा हुआ है। परन्तु इस ओर भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पंचायत में आज तक किसी तरह का कोई सुधार नहीं किया गया है।