दिल्ली के जहांगीरपुरी से माला मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को प्रॉपर्टी में हिस्सा मिलना चाहिए ताकि वह अपने जीवन को बेहतर बना सकें ।
दिल्ली के सीमापुरी से जमीला खातून मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि बेटा और बेटी को बराबर अधिकार देना चाहिए। वह भी अपने बच्चों को बराबर अधिकार देंगी
दिल्ली के सीमापुरी से शीला मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को ससुराल में प्रॉपर्टी में हिस्सा लेना चाहिए। अगर मायके का आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी तभी उनको अधिकार लेना चाहिए।
दिल्ली के नई सीमापुरी से अर्चना मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि पिता की संपत्ति में बेटियों को अधिकार लेना चाहिए। घर की आर्थिक स्थिति को देख कर ही मायके में जमीन में अधिकार लेना चाहिए। जमीन के लिए माता और पिता को परेशान नहीं करना चाहिए
दिल्ली से समित्रा मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती हैं कि महिलाओं को ससुराल और मायके में हक़ नहीं मिलता है। महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए
उत्तर प्रदेश राज्य के संत कबीर नगर जिला से के. सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि कई महिलाओं का मानना है कि उनको जमीन में अधिकार नहीं चाहिए क्योंकि पैतृक संपत्ति में अधिकार लेने से भाई और बहन के रिश्ते में दरार आ जायेगा।कई महिलाओं का यह भी कहना है कि उनको पैतृक संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए ताकि वह पुरुष के बराबर हो सकें। महिलाओं को जमीन में अधिकार लेने के लिए उनको शिक्षित होना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 40 वर्षीय मोहम्मद सलीम मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को माता पिता की संपत्ति में अधिकार मिलना चाहिए। अगर महिला का तलाक हो जाता है तो अगर संपत्ति में हिस्सा मिला रहेगा तो वो अपना जीवन यापन अच्छे से कर लेगी और उसे कही भटकना नहीं पड़ेगा
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 35 वर्षीय मोहम्मद आरिफ मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को माता पिता के संपत्ति में महिलाओं को अधिकार मिलना चाहिए या नहीं यह बहुत बड़ा मुद्दा है। महिलाओं को माता पिता के संपत्ति में एक तिहाई हिस्सा मिलना चाहिए ताकि उनका जीवन यापन अच्छे से हो सके।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि महिलाओं को जमीन मिल रहा है। बहुत लोगों का सोच है कि महिलाओं की शादी हो जाती है तो वो अपने पति का जमीन में हिस्सा लें। अगर ऐसा नहीं होगा तो भाई और बहन में टकरार हो सकती है। अगर वही अविवाहित महिला जिनके पिता किसी कारणवश नहीं रहते है तो उनके जमीन का अधिकार पुत्र के साथ साथ पुत्रियों को भी मिलना चाहिए
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमज़ान अली की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारी श्रोता से हुई। ये कहती है कि जैसे भाई को जमीनी अधिकार मिलता है वैसे ही महिलाओं को भी जमीनी अधिकार मिलना चाहिए
