शांति नगर से शबनम जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि उनके बस्ती में कूड़ेदान नही रखा गया है, जिससे कूड़े को खुले जगह में फैंका जाता है, और उस कचरे को जानवर फैलाता है जिससे मलेरिया होने का खतरा है।

रत्नेश जी मोबाईल वाणी के माध्यम से एक हमारी श्रोताओं से बात-चीत कर रही है। और बाचीत के दौरान हमारी श्रोताओं ने बताया कि मोबाईल वाणी में चलने कार्यक्रम से बहुत सारी जानकारियाँ मिली।और कार्यक्रम सुनने के बाद इनलोगो को समझ में आया की किसी भी बीमारी से बचने के लिए हमें अच्छे से अपना ध्यान रखना है।और बीमारी से बचने के लिए साफ़ पानी पीना चाहिए। पानी भी साफ़ रखना चाहिए क्योंकि जमे हुए पानी में मच्छर हो जाते है और उससे डेंगू होता है। हर दो दिन दिन में पानी की सफाई करनी चाहिए।मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी भी लगानी चाहिए।साथ ही पानी को ढँक कर रखना चाहिए। और पानी को उबाल कर पीना चाहिए।इससे बीमारी नहीं होगी।

हमारी के एक श्रोता मोबाईल वाणी के माध्यम से बता रही है कि कूलर और पानी की टँकी के पानी को बदलते रहना चाहिए।और मच्छरों के बचने के लिए मॉर्टिन जलाना चाहिए।

मालवीय नगर से जमुना शर्मा ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि अस्पताल में पर्चा बनवाने में समय लगता है तथा ठीक से इलाज भी नहीं होता है। डाक्टर टाइम से नहीं बैठते हैं ,इसलिए लम्बी लाइन लगती है। हॉस्पिटल बंद होने के समय 10 मिनट के लिए आते हैं और जल्दी-जल्दी में इलाज कर के चले जाते हैं।

रांची से रिया सिंह जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि लोग बीमार होने की वजह खुद बनते है, क्यूंकि वे सफाई पर कम ध्यान देते है। अगर मनुष्य बीमार से ग्रसित नहीं होना चाहते है तो खाना खाने से पहले हाथ धोने की आदत डाले। खाना को ढक कर और कूड़ा को कूड़ेदान में ही फेके।

भोपाल से रत्नेश जी मोबाइल वाणी के माध्यम से संध्या जी से बात-चीत कर रही है जिसमे उनका कहना है कि उन्होंने अपने घर पर वाटर फ़िल्टर का उपयोग किया । वाटर फ़िल्टर नहीं लगाने से पहले पथरी व इंफेक्शन आदि बहुत सी बीमारी होती रहती है। लेकिन जब से वाटर फ़िल्टर का उपयोग कर रहे है तब से सबकुछ ठीक हो गया है।

भोपाल से रत्नेश जी मोबाइल वाणी के माध्यम से संध्या जी से बात-चीत कर रही है जिसमे उनका कहना है कि उन्होंने अपने घर पर वाटर फ़िल्टर का उपयोग किया । वाटर फ़िल्टर नहीं लगाने से पहले पथरी व इंफेक्शन आदि बहुत सी बीमारी होती रहती है। लेकिन जब से वाटर फ़िल्टर का उपयोग कर रहे है तब से सबकुछ ठीक हो गया है।

पुष्पा मंडल की बहन ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इनकी बहु को पथरी की शिकायत थी ,डाक्टर के पास ले जाने पर डाक्टर ने पानी उबाल कर पीने की सलाह दी। साथ ही ये भी बताया कि पानी उबाल कर पीने से अन्य बिमारिओं से छुटकारा मिलेगा। गैस और समय की बचत को ध्यान में रख कर घर में पानी का फ़िल्टर ले आये और अब बहू एवं इन्हें, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है।

अमृता,जिला रांची से मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अभी बरसात का मौसम चल रहा है जिस कारण और मौसम की अपेक्षा इस मौसम में मच्छरों की संख्या में वृद्धि हो जाती है।इसलिए इनका कहना है कि जो भी लोग पानी घरेलु उपयोग के लिए जमा करते है उसे ढक कर रखना चाहिए।अगर संभव हो तो उसे बदलते रहे और अगर संभव न हो तो उस पानी में नमक या किरोसिन तेल डालकर पानी में मच्छर पैदा होने से रोक सकते है क्योकि मच्छर जानलेवा साबित हो सकता है ।इसलिए मच्छर को पैदा होने से रोकना चाहिए ताकि सभी स्वस्थ्य रह पाएंगे

MHT रांची से अमृता जी मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि अभी बरसात का मौसम चल रहा है। दूसरे मौसम की अपेक्षा इस मौसम में मच्छरों की संख्या काफी बढ़ जाती है।इसलिए घरेलु उपयोग के लिए जो पानी जमा कर रखा जाता है चाहें वो एक चम्मच हो या एक टंकी ,पानी साफ़ हो या गंदा हो ,लोग उसे ढक कर रखे या प्रत्येक सप्ताह बदलते रहे।अगर बदलना संभव ना हो तो उस पानी में एक चम्मच नमक ,या कुछ केरोसिन या डीजल की बुँदे डाल कर मच्छरों को पैदा होने से रोके । मच्छर जानलेवा साबित हो सकते है इसलिए मच्छरों को पैदा ही ना होने दे।