बिहार राज्य के मुंगेर जिले से मुंगेर की आवाज की ओर से दीपक कुमार आर्य जी ने वहां उपस्थित किसानों से वित्त जागरूकता के बारे में बातचीत की।बातचीत के दौरान मुंगेर के नीतीश कुमार जी ने बताया के वो अपना पैसा बैंक में ही जमा करके रखते हैं,जिससे उनके पैसे का ब्याज भी बढ़ता है और बचत भी हो जाती है।अन्यथा घर पर रखने से पैसे खर्च हो जाते हैं. नितीश कुमार जी ने बताया की उनके गांव के ही एक व्यक्ति ने अपने घर में 20 हजार रूपए रखे हुए थे जो की घर में आग लगने के कारण सारे पैसे जल गए और उनका नुकसान हो गया।साथ ही साथ नितीश जी ने यह भी बताया की वे लल्लन छुट्टन का नाटक अपने आस पड़ोस के लोगों के साथ बैठकर हमेशा सुनते हैं और यह नाट्य कथा को काफी पसंद करते हैं क्यूंकि इसमें पैसे की बचत के बारे में बहुत ही अच्छी तरह से बताया जाता है। इसके साथ ही जीविका कार्यकर्म के द्वारा बताये जाने वाले खेती के रखरखाव को भी वो सुनते हैं और उन्हें यह कार्यक्रम बहुत अच्छा सराहनीय लगा।
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से सुजीत कुमार पाठक ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मुंगेर में स्पोर्ट का दुकान चलाने वाले कुमार सानु से साक्क्षात्कार किया। जिसमे सानु जी ने बताया की वो मुंगेर प्रखंड में पढ़ाई करते हैं और ये अपने पैसों को घर में बिलकुल नहीं रखते हैं जो भी पैसे बचते हैं उसे बैंक में ही रखते हैं क्योंकि बैंक में पैसे रखने से इंट्रेस्ट मिलता हैं और पैसा सुरक्षित भी रहता है और इनका कहना है की ये थोड़े बहुत पैसों के लिए क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते हैं। तथा सभी जनताओं को बताना चाहते है की सभी लोग बैंक में पैसे रखे इससे आपको काफी फायदे मिलेंगे जो की घर में पैसे रखने से आप प्राप्त नहीं क्र सकते हैं।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से दीपक कुमार आर्य मोबाइल वाणी के माध्यम से राजीव कुमार से साक्षात्कार ले रहे है जिसमें राजीव जी ने बताया कि मुंगेर की आवाज लगभग चार सालों से सुन रहे है और इस पर अभी चल रहे वित्त जागरुकता कार्यक्रम लल्लन छुट्टन सुनना इन्हें काफी अच्छा लगता है। इस कार्यकरम को वह अपने घर-परिवार के साथ सुनते हैं। वही उनका कहना है कि इनसे जाने कि पैसे को घर पर नहीं रखना चाहिए बल्कि सुरक्षित बैंक में रखना चाहिए।
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से से दीपक कुमार आर्य ने महसपुर ग्राम निवासी सुशांत कुमार बातचीत की।जिसमे सुशांत ने बताया वो ड़ेढ़ महीने से मुंगेर की आवाज सुन रहे हैं और इस नाटक से उन्हें पता चला कि जो लोग पैसा घर में रखते है,उन्हें बैंक में रखनी चाहिए जिससे उनके पैसे सुरक्षित रहे।इनका कहना है ये दूध का सेन्टर चलाते हैं और जो पैसे की बचत होती है ,अब उसे बैंक में रखते हैं।अपना अनुभव साझा करते हुए सुशांत जी कहते हैं कि एक बार एक आदमी ने घर के सारे फसल बेच कर घर में पैसा रखा था और घर में अचानक आग लग गई ,इस कारण उनके घर के सारे कीमती समानों के साथ पैसे भी जल गए।इसलिए सुशांत जी का कहना है कि सभी बैंक में पैसे रखे।
एक श्रोता मोबाइल वाणी के माध्यम से बताते हैं कि वह अपने पैसे को बैंक में रखते है क्योकि बैंक में पैसा रखने से पैसे चोरी होने का डर नहीं रहता है।हर व्यक्ति को पैसे का इन्सुरेंस करवाकर रखना चाहिए क्योकि इससे भविष्य का खतरा नहीं रहता है तथा अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो उससे उसका परिवार का भरण-पोषण चल सकता है।
बिहार राज्य के जिला मुंगेर से नितीश कुमार मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खुलवाने के कितने बाद कितने दिन के बाद लोन ले सकते है और कितना तक ले सकते है,इसकी जानकारी विस्तार से बताये?
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से संदीप कुमार ने मोबाईल वाणी के माध्यम से बताया कि इन्होने लल्लन-छुट्टन का कार्यक्रम सुना और इनको पसंद आया।कार्यक्रम में बताया गया कि किस खाते में बचत के पैसे रखने चाहिए और कहाँ पैसे रखना उचित है फिक्स-डिपॉजिट में या घर में।इनकी राय है कि घर में पैसे कभी नही रखने चाहिए ,क्योंकि घर में पैसे रखने से चूहा पैसों को खा सकता है और उसमे दीमक लगने की सम्भावना भी रहती है।इसलिए पैसे बैंक में या फिक्स डिपॉजिट कर के रखने चाहिए।
बिहार के मुंगेर जिले के खड़गपुर प्रखंड के भदौड़ा गांव से मुंगेर की आवाज से दीपक कुमार राय जी ने वहां के ही निवासियों से पैसे के बचत के बारे में उनकी राय ली।बातचीत करते हुए वहां की ही सी एम पद पर कार्यरत उषा देवी जी ने बताया की वे अपना पैसा बैंक में ही जमा रखती हैं, और आस पास के लोगों को भी पैसे बैंक में ही रखने के लिए जागरूक करती हैं,साथ ही उन्होंने यह भी बताया की उन्होंने खुद के खाता का बीमा करवाया और बाकि लोगों से भी बीमा करवाया है, ताकि घर में रखने से जो परेशानियों का सामना करना परता है जैसे कि बचे खर्च कर लेते हैं या फिर खो जाते हैं.इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। इसके अलावा लल्लन छुट्टन जी की नाट्य कथा को सुनने के लिए प्रोत्साहन भी करती हैं जिससे सभी लोगों को पैसे की बचत के बारे में अधिक जानकारी हाशिल हो पाए.
बिहार के मुंगेर जिले से सुजीत कुमार पाठक जी ने किसानों से बातचीत के दौरान मानव कुमार जी से पैसे की बचत के बारे में उनकी राय जानी। मानव कुमार जी ने बताया कि वे एक किसान हैं और उनका पेशा खेती करना है। साथ ही यह भी बताया की उनको खेती में ज्यादा आमदनी नहीं होती है और जो भी आमदनी उनको अनाज बेचने से होती है वे उसे घर में ही रखना पसंद करते हैं ,क्यूंकि उनके घर के कुछ सदस्य मरीज़ हैं जिनका इलाज करवाने के लिए उनको पैसे की जरुरत हमेशा पड़ती है। सुजीत कुमार जी ने मानव कुमार जी से पूछा कि यदि गांव में बाढ़ आ जाये या फिर अन्य कारणों से जमा पैसों का नुकसान हो जाये ,तो वो क्या करेंगे। जवाब में मानव कुमार जी ने बताया के उनको हमेशा पैसों की जरूरत पड़ती है और वे घर में अकेले कमाने वाले व्यक्ति हैं जिसकी वजह से बैंक में ज्यादा समय नहीं दे सकते है।
बिहार राज्य के मुंगेर जिले से दीपक कुमार आर्य ने मोबाइल वाणी के माध्यम से मुंगेर की आवाज में चलाए जा रहे लल्लन-छुट्टन नाटक के विषय में भदौड़ा ग्राम की महिला उमा से बातचीत की।बातचीत के दौरान उमा जी ने बताया की मुंगेर की आवाज में जो कहानी सुनाया गया है ये काफी प्रेरणादायक है। उमा जी ने अपनी आप-बीती सुनाते हुए कहा कि घर में पैसे रखने के कारण उनके पैसे चोरी हो गए थे। उस वक्त बच्चे के इलाज के लिए इनको अपने पड़ोसी से पैसे लेने पड़े तथा इनको काफी परेशानी हुई। घटना से सीख लेकर ये अपने बचत के पैसों को ग्रामीण बैंक में रखती है तथा अन्य दीदियों को भी बैंक में पैसे रखने की सलाह देती हैं।पैसे घर में रखने से बिना मतलब के खर्च होने की सम्भावना रहती है।