200 से अधिक महिलाओं की रही उपस्थिति। विकासखण्ड समन्वयक संतोष मांझी, समाजसेवी शैलेन्द्र पाठक, राजेश तिवारी ने दिया आजीविका हेतु अनेक प्रकार के स्वरोजगार का मार्गदर्शन।