कोरना काल में शिक्षा व्यवस्था पूर्ण तरीके से ठप रही, चाहे वह ऑनलाइन पद्धति हो या फिर टेलीविजन के साधन हो। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे ना तो स्कूल जा पाए, और ना ही घर में रहकर पढ़ाई कर पाए ।ऐसे ही एक शख्स श्री प्रभाकर उईके ने अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर करना काल में जो उनकी स्थिति रही वह मोबाइल वाणी पर साझा की।