पटना (महताब आलम) - सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस) के 2020 बुलेटिन में आंकड़े बिहार के लिए बेहद ही ख़ुशी देने वाले है. राज्य में शिशु मृत्यु दर जो 2017 में 35 थी 2018 (जिसका प्रकाशन मई 2020 में हुआ) में घटकर 32 हो गई है.इस शिशु मृत्यु दर में 3 पॉइंट की कई आई है. बिहार की शिशु मृत्यु दर में आई यह कमी राज्य के लिए उल्लेखनीय सफलता है क्योंकि अब बिहार की शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत के बराबर हो गई है. वही बिहार के अशोधित जन्म दर (प्रति 1 हजार लोगों में जीवित जन्म की वार्षिक संख्या) में भी कमी आई है, जो वर्ष 201 7 में 26.4 थी, वर्ष 2018 में घटकर 26.2 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने टवीट कर दी बधाई स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने एस आर एस द्वारा जारी बुलेटिन में राज्य के शिशु मृत्यु दर में आई गिरावट पर प्रसन्नता जाहिर की है, एवं राज्य के लोगों को बधाई दी है. उन्होंने टवीट के माध्यम से बताया है कि राज्य के शिशु मृत्यु दर में 3 पॉइंट की कमी आई है जिससे बिहार की शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत (32 ) के बराबर हो गई है. लेकिन अभी भी कई चुनौतियाँ शेष है. राज्य के सामने जन्म दर एवं कुल प्रजनन दर में कमी लाना इन मुख्या चुनौतियों में शामिल है राज्य में प्रसव पूर्व होने वाले जाँच में आई गुणवतात्मक सुधार एक महत्वपूर्ण कारण है, क्योंकि जाँच के दौरान हीं जोखिम वाले गर्भवती महिलाओं की पहचान कर ली जाती है और उनका विशेष देखभाल किया जाता है. दूसरी बात यह है कि बिहार में प्रतिरक्षण (टीकाकरण) की सुविधा भी बेहतर हुआ है. इसके साथ ही सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाई (पिकू) एवं जिला अस्पतालों में बीमार नवजातों के देखभाल के लिए एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) है. लड़कियों के शादी के उम्र में हुई बढ़ोतरी जैसे सामाजिक करक भी राज्य के इस उपलब्धि में सहायक है. बिहार में शिशु मृत्यु दर में सुधार हेतु - संस्थागत प्रसव के बाद सभी आवश्यक देखभाल एवं जाँच, रेफेरल एवं जिला अस्पतालों में बीमार नवजातों की देखभाल, घर पर नवजात एवं बच्चों के देखभाल हेतु विशेष कार्यक्रम, माँ कार्यक्रम के अंतर्गत अधिकतम स्तनपान पर जोर, 7 लक्षित है भी इस दिशा में अहम् भूमिका अदा करती है.

स्थानीय थाना पुलिस ने चेवाड़ा बेलदारी में छापेमारी कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस बाबत जानकारी देते हुए थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि चेवाड़ा बेलदारी में पहले छापेमारी के दौरान सहदेव चौधरी के घर से शराब की बरामदगी हुई थी, उसी समय उसके ऊपर अवैध शराब कारोबार करने का मामला दर्ज कराया गया था। तब से वह फरार चल रहा था, लेकिन बीती रात्रि छापेमारी में सहदेव चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि शराब कारोबार के खिलाफ स्थानीय पुलिस लगातार छापामारी कर रही है।

नगर परिषद क्षेत्र के रामपुर सिंडाय गांव में संजीव सिंह की पत्नी संजू देवी को पड़ोसियों ने मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया। घायल महिला को इलाज हेतु सदर अस्पताल शेखपुरा में भर्ती कराया गया। घर मे खिड़की खोलने के सवाल पर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। घायल महिला की शिकायत पर महिला थाना शेखपुरा में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जिसमें गांव के ही सुभाष सिंह , रवीश कुमार , अंशु कुमार सहित 5 लोंगो को नामजद अभियुक्त बनाया गया। महिला थाना अध्यक्ष यशोदा कुमारी ने बताया कि मामले की छानबीन कर आरोपियों की गिरफ्ता

पटना(महताब आलम) - कोरोना संक्रमण काल में सरकार द्वारा जहाँ इसकी रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीँ अन्य जरुरी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है. इस दिशा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने परिवार नियोजन सुविधाओं में भी एक नया बदलाव किया है. वर्ष 2011 में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर गर्भनिरोधक साधनों की होम डिलीवरी करने के मकसद से ‘होम डिलीवरी ऑफ़ कंट्रासेपटिव’(एचडीसी) योजना की शुरुआत की गयी थी, जो अभी भी चलायी जा रही है. अब केंद्र सरकार ने इस योजना में बदलाव किया है. इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के जॉइंट कमिश्नर डॉ. सुमिता घोष ने राज्य को पत्र लिखकर एचडीसी योजना में किये गए संसोधन के विषय में जानकारी दी है. योग्य दम्तियों के लिए उनके घर पर ही गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के मकसद से वर्ष 2011 में ‘होम डिलीवरी ऑफ़ कंट्रासेपटिव’(एचडीसी) योजना की शुरुआत की गयी थी. जिसमें आशा घर-घर जाकर योग्य दम्पतियों को गर्भनिरोधक देती थी. अभी भी यह योजना देश में लागू है जिसमें गर्भनिरोधकों की सप्लाई दो तरीके से की जा रही थी. पहले तरीके में घर-घर जाकर गर्भनिरोधकोण की सप्लाई आशा द्वारा की जा रही थी जिसे ‘एचडीसी’ सप्लाई नाम दिया गया है. इसके लिए लाभार्थी को एचडीसी पैकेट पर अंकित मूल्य के हिसाब से भुगतान करना पड़ता था. वहीँ फ्री सप्लाई कंपोनेट के तहत गर्भनिरोधक साधनों की सप्लाई स्वास्थ्य उपकेंद्रों सहित अन्य सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध करायी जा रही थी. फ्री सप्लाई पैकेजिंग में कंडोम, ओरल कॉण्ट्रासेपटिव पिल्स एवं इमरजेंसी कंट्रासेपटिव पिल्स शामिल होंगे. साथ अब ड्यूल पैकेजिंग की तहत सिंगल पैकेजिंग ही की जाएगी.

सदर प्रखंड अंतर्गत सिरारी ओपी क्षेत्र के पिंड गांव निवासी दिनेश चौधरी द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमे गांव के ही घनश्याम यादव सहित अन्य को दलित अत्याचार अधिनियम के तहत नामजद अभियुक्त बनाया है। पीड़ित ने उल्लेख किया कि मामले के अभियुक्त गण उसके घर घुसकर भद्दी भद्दी गालियां देते हुए मारपीट की घटना को अंजाम दिया। सिरारी ओपी अध्यक्ष ऋषभ यादव मामले की छानबीन कर रहे है।

पटना(महताब आलम) -कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के कारण 17 मई तक देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा 17 मई तक की गई है. इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अन्य राष्ट्रों में फंसे लोगों को वापस इंडिया लाने का एलान किया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 2075 बिहारियों की लिस्ट सौंपी गई है. जो विभिन्न देशों से बिहार लौटने वाले हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को विदेश से आने वाले लोगों के लिए जांच और क्वारंटाइन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि विदेशों से भी लोग आयेंगे, उनके संबंध में विदेश मंत्रालय से समन्वय बनाये रखें तथा उनके लिये भी तय प्रोटोकाॅल के अनुसार जांच एवं क्वारंटाइन की समुचित व्यवस्था रखी जाये. इसके आलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के लिए किचेन की संख्या बढ़ाई जाये ताकि समय पर लोगों को खाना मिल सके. इसके साथ ही उनके लिए शौचालय और बाथरूम की भी अच्छी व्यवस्था की जाये. क्वारंटाइन सेंटर में साफ़-सफाई की व्यवस्था की जाये. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण विदेशों में फंसे बिहार के 2075 लोग जल्द ही स्वदेश लौटेंगे. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने राज्य सरकार को विदेश में फंसे बिहार के लोगों के वापस लौटने की सूचना दी है. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि 2075 लोगों ने वापस बिहार आने के लिए अपना नाम निबंधित कराया है. उन्होंने बताया कि इनमें 632 लोग यूक्रेन, 480 बंग्लादेश और 360 लोग ओमान समेत अन्य देशों से वापस बिहार आएंगे. राजस्थान के कोटा में लॉक डाउन के कारण फंसे 13473 छात्र-छात्राएं विशेष ट्रेन से बिहार पहुंच गई हैं. परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार को दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों को लेकर 17 ट्रेनें बिहार आई हैं, जिनमें 20629 लोग थे. शनिवार को 15 ट्रेनों के आने की सूचना है इनमें 18115 लोग आ रहे हैं. इस तरह एक मई से सात मई तक 53 ट्रेनों से 62274 लोग बिहार आ चुके हैं.

राजस्थान के अजमेर स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में अध्ययनरत छात्रों को यहां लाने का मामला अब जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पास पहुंच गया है। मिलिट्री स्कूल में लॉक डाउन के दौरान फसे बच्चों के अभिभावकों ने बच्चों को यहां वापस लाने के लिए इससे जिला विधिक सेवा प्राधिकार की शरण ली है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा विद्यालय प्रबंधन द्वारा वापस ले जाने के कागजात के आधार पर यात्रा पास नहीं बनाए जाने के बाद अभिभावकों ने प्राधिकार की शरण ली है। इस संबंध में प्राधिकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए राज्य विधिक सेवा प्राधिकार से परामर्श कर विद्यालय प्रबंधन द्वारा भेजे गए पत्र को आधार बनाते हुए जिला प्रशासन से इन बच्चों को लाने के लिए रोड पास निर्गत करने का आवेदन दिया है। प्राधिकार के दखल के बाद अब इन बच्चों के घर वापसी के आसार बढ़ गए हैं। गौरतलब है कि आज ईमेल मिलिट्री स्कूल में यहां के अलावे बिहार के 50 छात्र घर वापसी के इंतजार में बिलख रहे हैं।

कोरोना योद्धाओं को जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। घाटकुसुम्भा।। कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी को मात देने के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। लोग घरों में रहकर इस बीमारी से लड़ रहे हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस, स्वास्थ्य कर्मी, सफाईकर्मी जैसे तमाम जरूरी सेवाओं से जुड़े कर्मी हैं जो अपनी जान जोखिम में डालकर अपने दायित्वों का बखूबी निवर्हन कर रहे हैं। इसलिए इन्हें कोरोना योद्धा नाम दिया गया है। शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय घाटकुसुम्भा के सभागार भवन में प्रखंड प्रमुख अवधेश कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक की गई । जिसमें बाहर से आनेवाले प्रवासी मजदूर को कोरेंटिन करने एवं जन जागरूकता के लिए प्लान तैयार किया गया। इस बैठक में राकेश कुमार वरीय प्रखंड प्रभारी -सह- जिला सांख्यिकी पदाधिकारी दीपक कुमार कौशिक प्रखंड विकास पदाधिकारी घाटकुसुंबा रमेश प्रसाद सिंह अंचलाधिकारी घाटकुसुंबा डॉक्टर एन के चौधरी पीएचसी प्रभारी घाटकुसुंबा सौम्या राजस्व अधिकारी घाटकुसुंबा। थाना प्रभारी मेंहुस एहसान अली सभी मुखिया, केयर इंडिया के प्रतिनिधि प्रखंड समन्वयक घाटकुसुंबा शामिल हुए प्रखंड प्रमुख ने इन तमाम लोगों को कोरोना वरियर मानते हुए पुष्प प्रदान कर सम्मानित किया इस अवसर पर सभी लोगों ने अपने मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप भी इंस्टॉल किया।

शेखपुरा कोरेंटिंन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को सभी सुबिधाएं उपलब्ध होंगी, डीएम स्वयं कर रही हैं मॉनेटरिंग शेखपुरा में प्रवासी मजदूरों का आने का सिलसिला जारी है। कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सभी प्रखंडों में क्वॉरेंटाइन कैंप स्थापित किए गए हैं।  बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 21 दिनों तक वहां रखा जाएगा। इस अवधि में उन्हें आवासन, भोजन, पेयजल शौचालय, अंग वस्त्र, दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्री यथा थाली ,कटोरा गिलास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. डीएम ने इनायत खान ने कहा कि अभी अरियरी प्रखंड में उच्च विद्यालय बेलछी में 11 और उच्च माध्यमिक विद्यालय हुसैनाबाद में 110 व्यक्ति प्रवासी व्यक्ति हैं यहां 121 व्यक्ति दोनों कैंपों में रह रहे हैं. शेखोपुर सराय में 2 quarantine center हैं नीमी कॉलेज में 43, शेखपुरा पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रवासी मजदूरों को रहने के लिए पूरी तैयारी कर दी गई है. घाट कुसुंबा प्रखंड में मध्य विद्यालय गगौर ,22और ब्लॉक आवासीय परिसर में 12 मजदूर प्रवासी मजदूर निवास कर रहे हैं शेखपुरा प्रखंड में बॉयज हॉस्टल शेखपुरा में 123 व्यक्ति निवास कर रहे हैं. इसके अलावा अभ्यास मध्य विद्यालय संजय गांधी महिला कॉलेज ,गर्ल्स हॉस्टल आदि में भी पूरी सफाई कर प्रवासी मजदूरों को रहने के लिए बनाया गया है. बॉयज डाइट हॉस्टल में ,टीवी और योगा प्रशिक्षण की भी सुविधा दी गई है. चेवाड़ा प्रखंड में मॉडल उच्च विद्यालय चेवाड़ा में 66 प्रवासी मजदूर अभी रह रहे हैं .बरबीघा, एस के आर महाविद्यालय बरबीघा में 110 व्यक्ति कैंप में हैं . जिले में रहने वाले कुल प्रवासी मजदूरों आदि की संख्या 497 है, quqrantine केंद्रों की संख्या 11 है.।

सदर अस्पताल में स्वयं सेवकों ने किया रक्त दान,लोगो से भी रक्तदान महादान में शामिल होने की किया अपील विश्व थेलीसीमिया दिवस के अवसर पर शेखपुरा सदर अस्पताल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने रक्त दान किया। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर कृष्ण मुरारी प्रसाद,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह जिला कार्यवाह अभय कुमार ने कहा कि रक्त दान करना सबसे बड़ा दान है। रक्त दान कर किसी का जीवन बचाना बहुत बडा कार्य है । भाजपा जिला महामंत्री संजय कुमार ऊर्फ कारु सिंह ने कहा कि विपदा कि घडी मे स्वयंसेवक हमेशा खडा रहने का कार्य करते हैं । मौके पर विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष उपेन्द्र प्रेमी, अरुण भगत ,रोहित बरबिगहिया, बलराम आनन्द ने रक्त दान किया ।